पाकुड़। सत्य सनातन संस्था द्वारा लगातार जरूरतमंदों के लिए किए जा रहे समाजसेवा कार्यों की एक और कड़ी में, आज भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा नगर अध्यक्ष रतन भगत ने एक सराहनीय कार्य करते हुए रक्तदान कर एक मरीज़ की जान बचाई।
सदर अस्पताल, में इलाजरत कमल गोयल, जो खूनी बवासीर की वजह से अत्यधिक कमजोर हो चुके थे, को तुरंत रक्त की आवश्यकता पड़ी। कमल गोयल के लिए खून की सख्त जरूरत को देखते हुए, सत्य सनातन संस्था के सदस्य एवं समाजसेवी नीरज मिश्रा ने पहल की और रक्त अधिकोष पाकुड़ में संपर्क किया। नीरज मिश्रा के अनुरोध पर, रतन भगत ने बिना किसी देरी के रक्तदान किया। इस त्वरित और मानवीय कृत्य से कमल गोयल की जान बचाई गई।
रतन भगत के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए संस्था के सक्रिय सदस्य अंकित भगत ने कहा, “रतन भगत जी ने आज मानवता की एक अनूठी मिसाल पेश की है। उनके इस कार्य के लिए जितनी तारीफ की जाए, उतनी कम है।” उन्होंने आगे कहा कि संस्था के सदस्य हमेशा समाजसेवा के प्रति तत्पर रहते हैं और इस प्रकार के कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर संस्था के राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष सागर चौधरी ने भी रतन भगत के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, “संस्था का उद्देश्य हमेशा समाज की भलाई करना है, और रतन भगत जी जैसे सदस्य इस उद्देश्य को अपने कार्यों से साकार करते हैं। उनकी इस पहल ने न केवल एक मरीज की जान बचाई है, बल्कि समाज में मानवता का संदेश भी दिया है।”
संस्था के अन्य सदस्यों, जैसे सुनील सिंह, सूरज भगत, रिक्की जसवाल और कई अन्य ने भी इस मौके पर उपस्थिति दर्ज कराई और इस प्रयास की सराहना की। इन सभी ने मिलकर यह संदेश दिया कि समाज में जरूरतमंदों की मदद करना हर इंसान का कर्तव्य है और सत्य सनातन संस्था इसे हर संभव तरीके से निभाती रहेगी।
सत्य सनातन संस्था का यह उद्देश्य है कि समाज में हर जरूरतमंद को सहायता प्रदान की जाए, और इसी विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए संस्था के सदस्य नियमित रूप से रक्तदान, भोजन वितरण, और अन्य समाजसेवी कार्यों में हिस्सा लेते रहते हैं। संस्था का मानना है कि इस तरह के कार्यों से समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है और लोगों के बीच मानवता का प्रसार किया जा सकता है।
आज के इस रक्तदान कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया कि जब समाज में लोग एक-दूसरे की मदद के लिए आगे आते हैं, तो बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। रतन भगत के इस मानवीय कार्य ने न केवल कमल गोयल की जान बचाई, बल्कि समाज को एक नया दृष्टिकोण दिया कि छोटे-छोटे प्रयास भी कितने बड़े परिणाम दे सकते हैं।