नई शिक्षा नीति पर कार्यशाला का आयोजन, विशेषज्ञ ने नई शिक्षा नीति पर डाला प्रकाश

झारखण्डनई शिक्षा नीति पर कार्यशाला का आयोजन, विशेषज्ञ ने नई शिक्षा नीति पर डाला प्रकाश
spot_img
spot_img

पाकुड़ । शनिवार को झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन, राँची के तत्वावधान में जिला इकाई पाकुड़ की जिलास्तरीय बैठक नवीन युग विद्यालय में प्रदेश महासचिव रामरंजन कुमार सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।

बैठक नयी शिक्षा नीति पर आधारित कार्यशाला में शिक्षाविद्, विशेषज्ञ सह शिक्षक विजयनन्दन त्रिवेदी ने बताया कि नयी शिक्षा नीति केन्द्र सरकार शिक्षा मंत्रालय के केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरयाल निशंक के द्वारा दिनांक 29 जुलाई 2020 को पारित किया गया था जो सत्र 2023-24 से लागू किया जायेगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में शिक्षा की पहुँच, समता, गुणवत्ता, वहनीयता और उत्तरदायित्व जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया गया है। 03 वर्ष से 08 बर्ष की आयु के लिए शैक्षिक पाठ्यक्रम का दो समूहों में विभाजन। नर्सरी एलकेजी यूकेजी के शिक्षा छात्र आंगनबाड़ी में ग्रहण करेंगे। 03 वर्ष से 06 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए विद्यालय के माध्यम से मुफ्त, सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण “प्रारम्भिक वाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा” की उपलब्धता सुनिश्चित करना। बच्चे को उनके मातृभाषा में ही अध्ययन कराना है। 06 वर्ष से 08 वर्ष तक के बच्चों को प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा प्रथम एवं द्वितीय में शिक्षा प्रदान की जायेगी। प्रारम्भिक शिक्षा को बहुस्तरीय खेल और गतिविधि और आधारित बनाने को प्राथमिकता दी जायेगी।

एन ई पी/एम एच आर डी द्वारा “बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक” ज्ञान दिया जायेगा। अब बच्चे का नामांकन 3 वर्ष की उम्र में की जा सकती है। नयी शिक्षा नीति में पाँच + तीन + तीन + चार की शिक्षा व्यवस्था पर प्रकाश डाला गया। नयी शिक्षा नीति में कौशल विकास, अवधारणात्मक, रचनात्मक, तार्किक सोच, नैतिकता, मानवीय और संवैधानिक मूल्य, बहु-भाषिक, जीवन कौशल, सीखने के लिए सतत् मूल्यांकन पर जोर, तकनीकी शिक्षा पर जोर एवं भारतीय जड़ों और गौरव से बंध कर बच्चों को शिक्षित करने पर जोर दिया गया है।

कार्यक्रम में प्रदेश महासचिव ने अपने विचार शिक्षा नीति पर रखते हुए कहा कि शिक्षा एक सार्वजनिक सेवा है, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुँच को प्रत्येक बच्चे का मौलिक अधिकार माना जाना चाहिए।

सभा को पूर्व जिलाध्यक्ष जे. दत्ता ने कहा कि नयी शिक्षा नीति में प्राथमिक स्तर पर अंग्रेजी विषय पर फोकस कम किया गया है।

जिलाध्यक्ष गब्रियल मुर्मू ने कहा कि नयी शिक्षा नीति के तहत हर बच्चे की विशिष्ट क्षमताओं की स्वीकृति, पहचान और उनके विकास हैतु प्रयास करना शामिल किया गया है।

बैठक में प्रदेश महासचिव रामरंजन कुमार सिंह, जिलाध्यक्ष गब्रियल मुर्मू, जिला सचिव राजकुमार भगत, जिले के सभी प्रखंड के पाकुड़िया प्रखंड अध्यक्ष, जुलियस मुर्मू, महेशपुर प्रखंड अध्यक्ष कार्नेलियस मुर्मू, पाकुड़ प्रखंड अध्यक्ष मो. फेकारुल शेख, हिरणपुर प्रखंड अध्यक्ष अभिजीत सेन, अमड़ापाड़ा प्रखंड देवलाल मराण्डी, लिट्टीपाड़ा प्रखंड अध्यक्ष धर्मनाथ भगत, प्रखंड सचिव, मनोज भगत, हेमन्त हाँसदा, श्रीतन मुर्मू, रफिकुल आलम, मनिरुल इस्लाम, रेहान राही, वासिम अकरम, आरिफ हुसैन, स्माइल हेम्ब्रम सहित प्रखंड व जिला के पदाधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित हैं।

Check out our other content

Meet Our Team

Dharmendra Singh

Editor in Chief

Gunjan Saha

Desk Head

Most Popular Articles