📍 न्यायालय परिसर में हुआ एक दिवसीय प्रशिक्षण सह बैठक का आयोजन
झालसा, रांची के निर्देशानुसार तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ के तत्वावधान में नब्बे दिवसीय मध्यस्थता अभियान को प्रभावशाली और सफल बनाने के उद्देश्य से एक दिवसीय प्रशिक्षण सह बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ के सभागार में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता सचिव रूपा बंदना किरो ने की।
🧑⚖️ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के मार्गदर्शन में चल रहा है अभियान
बैठक के दौरान बताया गया कि यह अभियान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़, शेष नाथ सिंह के मार्गदर्शन में संचालित हो रहा है। इसका उद्देश्य लंबित मामलों का आपसी सुलह के माध्यम से समाधान करना है, जिससे न्याय प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके।
🧑💼 पैरा लीगल वॉलिंटियर्स को सौंपा गया महत्वपूर्ण दायित्व
सचिव रूपा बंदना किरो ने बैठक में उपस्थित पैरा लीगल वॉलिंटियर्स (PLVs) को संबोधित करते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि उनकी भूमिका इस अभियान में अत्यंत महत्वपूर्ण और निर्णायक है। उन्होंने PLVs को पक्षकारों से सीधा संवाद स्थापित कर, उन्हें न्यायालय में लंबित मामलों के समाधान हेतु प्रेरित करने का आह्वान किया।
📑 नोटिस तामिला और आपसी सुलह के लिए मिली विशेष जिम्मेदारी
बैठक में यह निर्देश दिया गया कि PLVs पक्षकारों को नोटिस तामिला कराने में सहयोग करें, उन्हें न्यायालय में उपस्थित होकर आपसी सुलह करने के लिए प्रेरित करें तथा मध्यस्थता के लाभों को सरल भाषा में समझाएं। इसके लिए उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रियता से काम करने की सलाह दी गई।
🚫 बाल विवाह और नशा मुक्ति पर जागरूकता की अपील
बैठक में PLVs को बाल विवाह, नशा मुक्ति, एवं NALSA की विभिन्न योजनाओं के प्रति आम जन को जागरूक करने का भी निर्देश दिया गया। PLVs से कहा गया कि वे अपने कार्यक्षेत्र में जाकर नियमित रूप से जागरूकता अभियान चलाएं, ताकि लोग इन सामाजिक बुराइयों के खिलाफ सचेत हो सकें।
स्थानीय भाषा में कानूनी सहायता की जानकारी देने पर बल
सभी पैरा लीगल वॉलिंटियर्स को निर्देशित किया गया कि वे जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ द्वारा दी जाने वाली निःशुल्क कानूनी सहायता की जानकारी को स्थानीय भाषा में समझाकर लोगों तक पहुंचाएं। इससे उन लोगों को भी न्यायिक सहायता मिल सकेगी, जो शिक्षा या जानकारी के अभाव में न्याय से वंचित रह जाते हैं।
✅ अभियान की सफलता के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता
बैठक के अंत में यह स्पष्ट किया गया कि नब्बे दिवसीय मध्यस्थता अभियान की सफलता केवल एक इकाई की नहीं, बल्कि प्रशासन, न्यायपालिका और पैरा लीगल वॉलिंटियर्स के सामूहिक प्रयासों से ही संभव है। सचिव रूपा बंदना किरो ने सभी PLVs से आह्वान किया कि वे इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाकर लंबित मामलों को सुलझाने में सहायक बनें।
इस प्रशिक्षण सह बैठक ने स्पष्ट कर दिया कि पैरा लीगल वॉलिंटियर्स, ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में न्याय के सशक्त माध्यम बनकर उभर सकते हैं। उनकी भागीदारी से न केवल न्याय व्यवस्था सशक्त होगी, बल्कि समाज में समरसता और सौहार्द्र की भावना भी मजबूत होगी।