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जमशेदपुर10 मिनट पहलेलेखक: चंद्रशेखर सिंह
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जिले में सड़क दुर्घटनाओं में लगातार मृतकों की संख्या बढ़ रही।
जिले में सड़क दुर्घटनाओं में लगातार मृतकों की संख्या बढ़ रही। प्रशासन ब्लैक स्पॉट चिह्नित तो करता है वह वहां कोई संकेतक लगाकर केवल अपनी औपचारिकता को पूरी कर रहा है। प्रशासन और परिवहन विभाग कोई पहल नहीं कर रहा है। इसके चलते सड़क हादसे में कमी नहीं आ रही है। और तो और ब्लैक स्पॉट में सचेत करने के लिए कोई बड़ा बोर्ड नहीं लगाया गया है। प्रशासन की दावे की जब पड़ताल की गई तो स्थिति स्पष्ट हुई कि हादसा रोकने के लिए कहीं भी कोई काम नहीं हुआ है।
सुंदरनगर में सिर्फ बोर्ड लगा, पर उसका आकार इतना छोटा है कि आम आदमी की नजर ही नहीं पड़ती है। एनएच-33 पर बालीगुमा से घाटशिला की ओर से जाने वाले मार्ग पर भिलाईपहाड़ी पप्पू होटल के समीप खतरनाक स्थान चिंहित किया गया है। इस स्थान पर पिछले 6 माह में 10 लोगों की जान गई है और 17 लोग जख्मी हुए हैं। यहां भी छोटा सा साइनेज लगा दिया गया है। परिवहन विभाग सड़क हादसा का कारण ओवर स्पीड व ओवर टेकिंग मानता है।
इसके अलावा लेन में बदलाव के दौरान सावधानी नहीं बरतने से भी हादसे होना माना जा रहा है। पर किया कुछ नहीं जा रहा है। जिले के 6 ब्लैक स्पॉट में 5 एनएच-33 व एनएच-49 पर हैं, जबकि एक एसएच -06 पर स्पोर्ट चिंहित किया गया है। एनएच-33 व एनएच -49 पर वाहनों की रफ्तार 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटा रहती है। इस दौरान अगर कोई वाहन एक लेन से दूसरे लेन में बिना संकेत के प्रवेश करता है दो वाहनों में टक्कर हो जाती है। अब तक इन स्थानों पर 164 दुर्घटनाओं पर 99 लोगों की जान जा चुकी है।
यह है प्रमुख ब्लैक स्पॉट की स्थिति

1 भिलाई पहाड़ी पप्पू होटल के पास बना ब्लैक स्पॉट
क्यों खतरनाक सड़क – भिलाई पहाड़ी की ओर सर्विस रोड पर आने वाले वाहन गलत दिशा से डाउन लेन में प्रवेश करते हंै। ट्रक लेक बाई पर भारी मालवाहक वाहन पार्क नहीं होते हैं और डाउन लेन से आने वाले वाहन तेज रफ्तार से इस लेन पर आते हैं।
क्या है स्थिति
गाड़ी धीमी रखने का बोर्ड लगाया पर उसमें कुछ दिखता ही नहीं है। बोर्ड की लिखावट उड़ चुकी है।
यह करना था
यहां सड़क के कट को बंद करना है, स्पष्ट लिखा हुआ बड़ा बोर्ड लगाना था वह भी नहीं लगा।
2 पटमदा से बड़ाबाजार जाने वाली सड़क

क्यों खतरनाक सड़क – बांगुड़दा गांव के समीप सड़क पर कई तीखे मोड़ होने के साथ ही सड़क की हालत काफी खराब हो गई है। इसके चलते यहां दुर्घटना काफी ज्यादा होती है। इस रोड पर वाहनों की संख्या भी ज्यादा रहती है।
क्या है स्थिति
यहां साइनेज नहीं है। गाड़ियों की रफ्तार को कम करने के लिए छोटा स्पीड ब्रेकर बनाया गया है।
यह करना था
सड़क का चौड़ीकरण करना था। साइनेज बोर्ड लगाया जाना था जो नहीं लगाया गया है।
3 एनएच 49 बहरागोड़ा सड़क

क्यों खतरनाक सड़क सड़क पर तेज रफ्तार से गाड़ियां चलती है। आसपास की सड़कों पर बड़ी वाहनों को पार्क किया जाता है। इसके चलते दुर्घटना की आशंका रहती है।
क्या है स्थिति
परिवहन विभाग ने केवल नो पार्किंग का बोर्ड लगाकर अपनी ड्यूटी पूरी कर ली है।
यह करना था
डेंजर जोन के संकेतक के साथ, स्पीड ब्रेकर बनाया जाना था।


अभी सिर्फ संकेतक लगा दिए गए हैं
परिवहन विभाग, एनएचएआई एवं ट्रैफिक पुलिस की ओर से दुर्घटनाओं को देखते हुए ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया गया है। ब्लैक स्पॉट पर जरूरत के मुताबिक फिलहाल माइनर बचाव के काम किए गए हैं। सभी स्थानों पर संकेतक बोर्ड लगाया गया है। जहां संकेतक नहीं दिख रहा है उसको शीघ्र ही बदला जाएगा। बड़े बदलाव के तहत सड़कों में भी जल्द जरुरी बदलाव किया जाएगा।
-प्रकाश कुमार, मैनेजर, डिस्ट्रिक्ट रोड सेफ्टी।
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