रांची. झारखंड की राजधानी रांची में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. बुधवार की रात माकपा नेता सुभाष मुंडा की हत्या कर दी गई जिसके बाद राजधानी रांची की कानून व्यस्था पर गंभीर सवाल उठ गए हैं. स्थानीय लोग आक्रोशित होकर सड़कों पर उतर गए और जाम कर दिया जिस कारण गुरुवार को रांची का रिंग रोड पूरी तरह से थम गया. गाड़ियों के पहिए रुक गए. घटना को लेकर पुलिस मुख्यालय बेहद गंभीर नजर आ रहा है. मुख्यालय की तरफ से रांची डीआईजी और एसएसपी को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वह जल्द से जल्द सुभाष हत्याकांड में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार करें.
रांची के नगड़ी थाना क्षेत्र मे सुभाष मुंडा की तीन अज्ञात अपराधियों द्वार हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था. घटना के उद्भेदन को लेकर सिटी एसपी के नेतृत्व मे एक एसआईटी बनायी गई है जिसमें दो डीएसपी, दो इंस्पेक्टर, दो सब इंस्पेक्टर, दो एएसआई शामिल हैं, वही ये टीम अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगतार प्रयासरत है. रांची जिला ही नहीं बाहरी जिलों मे भी संदिग्धों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है. एसआईटी की टीम सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है और इस केस की मॉनिटरिंग का सख्त निर्देश डीआईजी रांची और एसएसपी रांची को दिया गया.
पूरे मामले की पुलिस मुख्यालय भी मॉनिटरिंग कर रहा है. जांच के काम में लापरवाही बरतने को लेकर नगड़ी थाना प्रभारी ओमप्रकाश टोप्पो को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. इसकी जानकारी झारखंड पुलिस ने दी. बता दें कि घटना के बाद नगड़ी थाने मे मामला दर्ज किया गया है, वहीं सीसीटीवी सहित तमाम साक्ष्यों का संकलन किया जा रहा है. हालांकि हत्या की वजह क्या रही ये अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है.
गुरुवार को सुभाष मुंडा की हत्या से आक्रोशित आदिवासी समाज के सैकड़ों लोग दिनभर राजधानी रांची में हंगामा करते नजर आए. जैसे ही सुभाष मुंडा का शव नगड़ी पहुंचा,आक्रोशित स्थानीय लोगों ने शव के साथ ही रांची गुमला सड़क को जाम कर दिया. इस सड़क पर जाम की स्थिति दोपहर तक बनी रही. यही हाल रातू कांके सहित अन्य जगह पर भी बनी रही, जिस कारण रिंग रोड पर गाड़ियों के पहिए थम गए, हालांकि पुलिस-प्रशासन के समझाने बुझाने के बाद स्थिति सामान्य हो पाई।
नगड़ी थाना क्षेत्र के दलादली चौक मे बुधवार की रात सुभाष मुंडा की हत्या को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी गुरुवार को सुभाष के घर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राजधानी में जिस तरह से वारदात हो रही उसे लेकर सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. वहीं उन्होंने कहा कि जो होनहार आदिवासी युवक हैं, उन लोगों को निशाना बनाया जा रहा है जो कहीं से भी सही नहीं. वहीं उन्होंने ये भी कहा कि इस वारदात को प्रोफेशनल शूटरों के द्वारा अंजाम दिया गया है..
बता दें कि सुभाष मुंडा माकपा पार्टी से जुड़े रहे थे और हटिया और मांडर से विधानसभा चुनाव में भी भाग्य आजमा चुके थे. वो 2014 में मांडर से विधानसभा से चुनाव लड़ चुके थे, वहीं इसके साथ ही वो जमीन व्यवसाय से भी जुड़े थे. उनकी मां भीखन देवी भी वर्ष 2010 से 2014 तक नगड़ी पंचायत से मुखिया रही थीं तो उनके भाई सुरेश मुंडा 2015 से 2022 तक रातू प्रखंड के प्रमुख रहे थे.
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