देवघर. आज सावन की तीसरी सोमवारी के साथ मलमास की पहली सोमवारी है. देवघर में जलाभिषेक करने कांवड़ियों की भीड़ उमड़ रही है. देवघर के तीर्थ पुरोहित लंबोदर मिश्रा के अनुसार, आज मलमास की पहली सोमवारी को तीन सुखद योग बन रहे हैं. लिहाजा आज जलाभिषेक करने पर सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी. भगवान भोले नाथ बहुत भोले हैं. भोलेनाथ बस जल व बेलपत्र से प्रसन्न हो जाते हैं.
देवघर के तीर्थ पुरोहित लंबोदर मिश्रा के अनुसार, आज रवि योग, सर्वार्थ अमृत योग और शिववास योग है. रुद्राअभिषेक या जलाभिषेक करने के लिए यह दिन काफी शुभ है. शिववास योग में जो भी व्रत रखकर भगवान भोलेनाथ पर रुद्राभिषेक करते हैं. उससे भगवान शिव के साथ माता पार्वती भी प्रसन्न होती हैं और मनचाहे फल की प्राप्ति होती है.
17 अगस्त तक रहेगा मलमास
तीर्थ पुरोहित लंबोदर मिश्रा ने बताया कि मलमास प्रारम्भ हो चुका है और यह 17 अगस्त तक रहने वाला है. मलमास के दिनों को बिहार के लोग अशुभ मानते हैं. वहीं, पश्चिम बंगल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों के लोग इसे पुरषोत्तम मास मानते हैं. इसके चलते ज्यादा कांवड़िया इन्हीं राज्यों से पहुंच रहे हैं. इसके साथ ही नार्थ ईस्ट से भी लोग जलाभिषेक करने देवघर पहुंच रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से आये कांवड़िया कैलाश बम बताते हैं कि बाबा बैद्यनाथ के प्रति आस्था है. वह कई वर्षो से सुल्तानगंज से जल लेकर बाबा धाम पहुंच रहे हैं. सोमवारी की पूजा का खास महत्व है. वहीं हाजीपुर से आई महिला भक्त बताती हैं कि यहां सच्चे मन से मांगी गई सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
19 साल बाद बना खास संयाग
इस बार सावन माह में मलमास पड़ा है. यह संयोग 19 साल के बाद बना है. शुद्ध सावन के 15 दिन निकल चुके हैं. इसके बाद मलमास की शुरुआत हुई. मलमास का महीना खत्म होने के बाद फिर 15 दिन शुद्ध सावन रहने वाला है.
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