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सासाराम (रोहतास)3 घंटे पहले
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पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी।
रोहतास पुलिस ने पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इस संबंध में एएसपी शुभांक मिश्रा ने सोमवार को बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में तीन डेहरी के, जबकि दो जामताड़ा, झारखंड से हैं। इन सभी ने गुजरात के एक व्यक्ति के खाते से 5 लाख का साइबर फ्राड किया था।
एएसपी ने बताया कि सूरत पुलिस के द्वारा रविवार को सूचना दी गई कि कांड के वादी के खाते से 10 लाख का साइबर फ्राड हुआ है। इसमें 5 लाख रुपया डेहरी नगर थाने के रहने वाले अंकुर उर्फ सहज राठौर, पिता राकेश राठौर, भेड़िया के खाते में गया है। उसी खाते से एटीएम एवं पौस मशीन द्वारा पैसे की निकासी की गई है।
चूनाभट्टा से की गई गिरफ्तारी
सूचना के बाद डेहरी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अंकुर उर्फ सहज राठौर को चिन्हित किया और पूछताछ शुरू की। पूछताछ में अंकुर के द्वारा बताया गया कि उसके खाते से अशफाक और असरफ द्वारा निकासी की गई है। अपना खाता देने के बदले जो रकम मुझे मिलने वाली है, उसे देने के लिए दोनों आज चूनाभट्टा मोड़ आएंगे।
इसके बाद पुलिस ने चूनाभट्टा के पास जाल बिछाया और वहां से अंकुर उर्फ सहज राठौर के निशानदेही पर शुभम कुमार 20 साल, पिता सुनील कुमार गुप्ता, बारह पत्थर डेहरी, रौशन कुमार बारह पत्थर डेहरी की गिरफ्तारी की गई है। असरफ अली 23 साल, पिता फारूक अंसारी एवं अशफाक 19 साल पिता अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया गया है।
दोनो चेनगाडिह, जामताड़ा के रहने वाले हैं। एएसपी ने बताया कि पकड़े गए 5 अपराधियों ने कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। बताया कि सूरत पुलिस द्वारा दिए गए सूचना के आधार पर पांचों को साइबर फ्राड करने के आरोप में पकड़ा गया है। पांचों अभियुक्तों को कांड के अ्रग्रिम अनुसंधान हेतु सूरत पुलिस को सौंप दिया गया है।
जामताड़ा से जुड़े तार
मामले से साफ हो गया है कि रोहतास के साइबर अपराधियों का संपर्क झारखंड के कुख्यात हो चुके जामताड़ा के साइबर अपराधियों से है। यहां उनके संपर्क सूत्र खाता का इस्तेमाल पैसा डालने के लिए कर रहे हैं। फिर पैसा निकाल कर कुछ हिस्सा खातेदार को दे रहे हैं।
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