पाकुड़। मुस्लिम समाज के पवित्र माह रमजान में रोजा रखने वालों पर अल्लाह की रहमत की बारिश होती है। माना जाता है कि रमजान के माह में अल्लाह हर एक नेकी के बदले कई गुणा नेकियों का सबाब अता फरमाते हैं।
रमजान का रोजा बड़ों के साथ-साथ मासूम बच्चे भी रख रहे हैं। शहर के जामे अतरिया मस्जिद के इमाम अंजर कासमी की 5 वर्ष की छोटी बेटी आरिफा अंजर ने भी रोजा रखी।