Sunday, June 8, 2025
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रांची की खुशी बनी नेशनल टॉपर, कहा- दिल्ली के श्रीराम कॉलेज से करूंगी बीकॉम

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शिखा श्रेया/रांची: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने रविवार को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट का रिजल्ट घोषित कर दिया है, जिसके बाद रांची के कांके की रहने वाली खुशी ने 800 में से 799.64 अंक हासिल कर टॉपर लिस्ट में अपनी जगह बनाई है. खुशी ने 12वीं की तक की पढ़ाई रांची के डीपीएस स्कूल से की है. 12वीं में भी खुशी ने 97.4 प्रतिशत हासिल किए थे और टॉपर बनी थीं.

खुशी ने बताया कि जितनी मेहनत की थी, उस मुताबिक भरोसा था कि परीक्षा पास कर लूंगी, लेकिन नेशनल टॉपर बनूंगी इसकी उम्मीद नहीं थी. यह मेरे और परिवार के लिए बहुत खुशी की बात है. मैं जॉइंट फैमिली में रहती हूं और मेरे परिवार में मेरे मम्मी पापा , ताऊ-ताई जी, दादा-दादी व मेरे भाई बहन हैं. इन सभी का मेरी सफलता में बहुत बड़ा योगदान रहा. मुझे घर में एक बहुत ही बेहतरीन वातावरण मिला.

सेल्फ स्टडी से पाई सफलता
खुशी बताती हैं यह सफलता मुझे सिर्फ सेल्फ स्टडी से मिली है. जब तक सेल्फ स्टडी अच्छे से न की जाए, तब तक कांसेप्ट क्लीयर नहीं होता. इस परीक्षा में सबसे जरूरी है कि कांसेप्ट क्लीयर होना, क्योंकि परीक्षा में सवाल मल्टीपल चॉइस के रूप में होते हैं तो जब तक कंसेप्ट क्लियर नहीं होगा, तब तक कन्फ्यूजन रहेगा. जब तक कंफ्यूज रहेगा, तब तक गलतियां होते रहेंगी. इसलिए सेल्फ स्टडी के द्वारा सबसे पहले कांसेप्ट को अच्छे से समझा जाए.

बीच-बीच में म्यूजिक सुनती थी
खुशी ने आगे बताया, मुझे बहुत लोगों ने कोचिंग के लिए बोला, लेकिन मुझे कोचिंग से अधिक भरोसा खुद पर था. इसलिए मैंने घर पर ही रह कर सेल्फ स्टडी की. रोज 7 से 8 घंटे की पढ़ाई की. सुबह 5 बजे उठकर 2 घंटे की पढ़ाई करती. उसके बाद ब्रेक लेकर फिर से पढ़ने बैठ जाया करती थी. हालांकि दिन भर पढ़ाई के दौरान अपनी हॉबी को भी फॉलो करती थी. जैसे मुझे डांसिंग, सिंगिंग व म्यूजिक सुनना पसंद है. खासकर श्रेया घोषाल के गीत. कुछ समय इन सब चीजों के लिए निकालती थी, जिससे दिमाग फ्रेश रहे.

रीविज़न सबसे जरूरी
खुशी बताती हैं कि सेल्फ स्टडी के बाद जो सबसे जरूरी है, वह रीविज़न है. जितना भी पढ़ लो अगर 4 से 5 बार नहीं दोहराया तो उस पढ़ाई का कोई मतलब नहीं रहेगा. क्योंकि एग्जाम में भूलने का डर रहता है. लेकिन अगर रीविजन अच्छे से किया है तो थोड़ा पढ़ कर भी आप काफी अच्छा कर सकते हैं. इसके साथ डिटरमिनेशन और मोटिवेशन भी काफी जरूरी है. कई बार डिमोटिवेट हो जाती थी, लेकिन इस दौरान अपने मॉम डैड से बात किया करती थी.

दिल्ली के श्रीराम कॉलेज से करूंगी बीकॉम
खुशी बताती हैं कि अब मुझे दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्री राम कॉलेज से बीकॉम करना है और आगे चलकर सीए व सीएस की तैयारी करनी है. क्योंकि मुझे शुरू से अकाउंट में काफी दिलचस्पी रही, इसलिए मैंने सीए को अपने करियर के रूप में चुना है. मैंने 12वीं में भी कॉमर्स लेकर ही पढ़ाई की थी.

सिर्फ 6 क्लास तक किया गाइड
खुशी की मां शीतल ने बताया कि खुशी ने काफी मन लगाकर पढ़ाई की थी. ये शुरू से ही पढ़ने में काफी मेधावी रही. क्लास 6 तक मुझे गाइड करने की जरूरत पड़ी थी, लेकिन उसके बाद मैंने आज तक कभी गाइड नहीं किया. ये खुद ही सुबह 5 बजे उठकर पढ़ने बैठ जाया करती है. अगर कभी बोर भी होती तो घर में ही अपने भाई-बहनों व परिवार वालों के साथ थोड़ा वक्त बिता लिया करती थी. इसके रिजल्ट से हम पूरा परिवार काफी गर्व महसूस कर रहे हैं.

Tags: CUET 2023, Jharkhand news, Local18, Ranchi news

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