पाकुड़ । सूचना भवन के सभागार में सोमवार को सांख्यिकी विभाग की ओर से जन्म एवं मृत्यु निबंधन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन जिला सांख्यिकी पदाधिकारी अनुप कुजूर ने दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला सांख्यिकी पदाधिकारी अनुप कुजूर ने कहा कि जन्म और मृत्यु का निबंधन आवश्यक है। इस आंकड़े का प्रयोग सरकार द्वारा विकास के लिए बजट निर्माण करने के लिए किया जाता है। जन्म मृत्यु निबंधन की जानकारी जन जन तक पहुंचाए और लोगों को इसका महत्व की जानकारी दें। निबंधन निःशुल्क है और मामूली विलंब शुल्क के साथ इसे बाद में भी कराया जा सकता है।
उन्होंने जन्म मृत्यु के रजिस्ट्रारों की भूमिका के बारे में बताते हुए कहा कि वे अपने क्षेत्राधिकार के अंतर्गत होने वाले जन्म मृत्यु की घटना का निबंधन सूचक द्वारा दी गयी सूचना एवं स्वयं घटना का संज्ञान में लेकर ससमय करें। कार्यक्रम में जन्म- मृत्यु निबंधन की प्रक्रिया को पीपीटी के माध्यम से लोगों को आसानी से समझाया गया। जन्म हो या मरण पंजीकरण जरूरी है। परिवार में जन्म या मृत्यु की सूचना 21 दिनों के अंदर अपने पंचायत, नगर परिषद व नगर पंचायत में देकर निबंधन कराएं एवं निशुल्क प्रमाण पत्र पाएं। इस कार्य में अपने क्षेत्र की आंगनबाड़ी सेविका की भी सेवा प्राप्त की जा सकती है। 21 दिनों के बाद विलंब शुल्क के साथ निबंधन का प्रावधान है। सरकारी अस्पताल में घटित जन्म मृत्यु का प्रमाण पत्र उसी सरकारी अस्पताल में निशुल्क प्राप्त किया जा सकता है।
कार्यक्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी, पंचायत सचिव, प्रखंड सांख्यिकी समेत अन्य उपस्थित थे।