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रांची. रांची के ओरमांझी स्थित बिरसा जू में 20 जुलाई को पांच मगरमच्छ के जन्म की खुशी का जश्न अभी ठीक से मना भी नहीं था कि आज यानी 21 जुलाई को एक मादा तेंदुए राधा की मौत से पूरे बिरसा जू में मातम पसर गया. 10 जुलाई से बीमार चल रही मादा तेंदुए की मौत आज सुबह 11:30 हो गई. बीमार तेंदुए का इलाज वेटरनरी कॉलेज रांची और बिरसा जू चिकित्सालय के डॉक्टर कर रहे थे, इतना ही नहीं तेंदुए को बचाने के लिए वर्ल्ड लाइफ देहरादून के चिकित्सक डॉ इलिराज से भी परामर्श लिया गया.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तेंदुए की मौत का कारण बढ़ती उम्र, हेपेटाइटिस और निमोनिया बताया गया. मामले की विस्तृत जांच के लिए सैंपल को वेटरनरी कॉलेज कांके भेजा गया है. मादा तेंदुआ राधा को 2 मार्च 2017 को लखनऊ के चिड़ियाघर से रांची के बिरसा जू गया था. मादा तेंदुए को बचाने की हरसंभव कोशिश की गई, इसको लेकर बाकायदा वेटरनरी कॉलेज रांची और बिरसा जू के चिकित्सक डॉ ओम प्रकाश साहू लगातार जुटे हुए थे. वर्ल्ड लाइफ देहरादून के चिकित्सक से भी लगातार परामर्श लिया जा रहा था.
आपको बता दें कि 20 जुलाई को ही यानी तेंदुए की मौत से एक दिन पहले बिरसा जू में पहली बार एक मगरमच्छ ने पांच बच्चों को जन्म दिया है. बिरसा जू प्रबंधन ने बकायदा इसको लेकर भी जानकारी शेयर की थी. साल 2018 में मगरमच्छ मूटा प्रजनन केंद्र से तीन मगरमच्छ बिरसा जू लाये गये थे, इनमें दो मादा और नर थे. इनमें एक मादा मगरमच्छ ने 19 अप्रैल 2023 को कुल 11 अंडे दिए थे, जिसमें 92 दिनों के बाद पांच बच्चों ने जन्म लिया है. तीन अंडे भी प्रक्रिया में हैं.
बिरसा जू के जीव वैज्ञानिक विवेकानंद कुमार और चिकित्सक ओमप्रकाश साहू की देखरेख में सभी बच्चे स्वस्थ हैं. दरअसल बिरसा जू में पहली बार मगरमच्छ के इन बच्चों के जन्म से जू प्रबंधन बेहद उत्साहित हैं. नये मेहमान के रख रखाव को लेकर जू के निदेशक जब्बार सिंह ने सहायक वन संरक्षक अशोक कुमार सिंह समेत दूसरे पदाधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं.
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Tags: Jharkhand New, Jharkhand news, Ranchi news
FIRST PUBLISHED : July 21, 2023, 21:30 IST
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