पटना. महिलाओं को अपने कदम बढ़ाने का अगर मौका दिया जाए तो वह भी बहुत कुछ कर सकती हैं. ऐसा करके दिखाया है पटना की रहने वाली रक्षा झा ने. एक साल की कठिन मेहनत और अपने क्रिएटिव आइडिया से रक्षा ने बिहार का पहला बस कैफे (Bihar First Bus Cafe) शुरू किया है. डबल डेकर इस बस के निचले फ्लोर पर कुर्सी-टेबल पर बैठकर खाने की व्यवस्था है, तो वहीं ऊपरी हिस्से में महफिल सजाने का भी प्रबंध है. एक प्रोजेक्टर भी लगा है, जिसपर मूवी या गाने देखते हुए महफिल सज सकती है.
लड़की हो अकेले बिजनेस कैसे संभाल पाओगी
रक्षा बताती हैं कि ग्रैजुएशन के बाद शादी का प्रेशर पड़ने लगा, लेकिन वह बिजनेस करना चाहती थी. घर में बेटे को व्यापार करने की अनुमति थी, बेटी को नहीं. लेकिन उसने ठाना की अपने पैरों पर खड़े होने के लिए कुछ तो अलग करूंगी. कड़ी मेहनत और सूझ बूझ से एक अनोखा स्टार्टअप शूरू हो गया. जिसका नाम है एमडब्ल्यूबिस्ट्रो (MW Bistro) यानि कि महफिल ऑन व्हील (Bus Cafe).
रक्षा बताती हैं कि एक पुलिस चौकी के बाहर लगी हुई पुरानी डबल डेकर बस मिली. वहीं से आइडिया आया कि इसी को कुछ बदलाव करते हुए क्रिएटिव तरीके से बना सकते हैं. मामा और मां के सिवा किसी को बिना बताए मैंने काम शूरू कर दिया. अलग-अलग जगहों से आइडिया लेकर उस कबाड़ पड़े डबल डेकर बस को बेहतरीन इंटीरियर वाला बस कैफे बना दिया. लगभग एक साल का समय लगा. 15 जुलाई का दिन मेरे सपने को हकीकत में बदलने का दिन था. अब सभी खुश है. कुछ रिश्तेदार अभी भी ताना मारते हैं, लेकिन उनका यह ताना मुझे कुछ नया करने को मोटिवेट करता है.
खूबसूरत इंटीरियर और लाइटिंग के बीच चखें लजीज व्यंजन
अररिया जिले की रहने वाली रक्षा झा का बस कैफे पटना (Bus Cafe Patna) के पीएम मॉल के पास स्थित लोयला हाई स्कूल के सामने जिया होटल के पीछे है. बेहद खूबसूरत इंटीरियर और लाइटिंग के बीच लजीज व्यंजनों का स्वाद आपका मन खुश कर देगी. बस कैफे के परिसर में बॉर्नफायर, झोपड़ी और हार्ट थीम पर भी बैठने की जगह है. इसके अलावा बस के ड्राइविंग केबिन में किचन है, जहां से खाने की खुशबू आती रहती है.
बेहद खूबसूरत लाइटिंग और म्यूजिक के बीच अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताने के लिए यहां आ सकते हैं. इसके साथ ही एमडब्ल्यू बिस्त्रो के कैश काउंटर पर हाथों में टैब लिए काम करती और सबकुछ मैनेज करती रक्षा को देख आपको सुकून मिलेगा कि बिहार की बेटियां भी बेटों से किसी भी मामले में कम नहीं हैं.
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