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शुभम राज/खगड़िया. आपने भगवान की पूजा की बात तो सुनी होगी पर बिहार में यहां भक्त की पूजा होती है. यहां पर भक्त का मंदिर बना हुआ है. जहां लोग उनकी पूजा करते हैं. यह भक्त हैं श्रीपत महाराज. यह मां कात्यानी के परम भक्त थे. मान्यता है कि मां उनको दर्शन दे चुकी है. यह मंदिरखगड़िया के मानसी सहरसा रेलखंड के बीच मां कात्यानी स्थान मंदिर परिसर में है. जिसकी स्थापना की कहानी काफी रोचक है. इनके मंदिर का निर्माणराजा मंगल ने कराया था.
राजा मंगल ने मंदिर का काराया था निर्माण
यह मंदिर श्रीपत महाराज का है. जो मां कात्यानी के मंदिर के ठीक सामने है. श्रीपत महाराज मां कात्यानी की खूब भक्ति किया करते थे. इन्हें माता ने खुद जंगल में दर्शन दिया था. श्रीपत महाराज को राजा मंगल से काफी अच्छी दोस्ती थी. श्रीपत महाराज के ही आग्रह पर राजा मंगल ने वहां मंदिर निर्माण करवाया था. लेकिन कैसे एक भक्त की मंदिर बना कर पूजा होने लगी. ये काफी रोचक.
जानिए इनकी कहानी
इस विषय में मंदिर के मुख्य पुजारी बिजेंद्र भगत ने बताया कि श्रीपत महाराज गौ पालक थे. एक दिन वो बियाबानों में पशु चरा रहे थे. तभी उन्हें एक बेल का पेड़ दिखा. वो बेल खाने चले गए. वहां एक बाघ ने उन पर हमला कर दिया. इस लड़ाई में बाघ मारा गया. तब बाघिन ने श्रीपत महाराज से कहा कि मेरे पति अब नहीं रहे, अब मेरा क्या होगा. तब श्रीपत महाराज ने बाघिन से विनती की बदले में आप मेरे प्राण ले लीजिए. तब बाघिन ने श्रीपत महाराज के प्राण ले लिए. जिसके बाद उनकी आत्मा एक तोते के रूप में वहां से जा रही थी.
तभी माता कात्यानी ने उस आत्मा से पूछा कौन हो तुम, अगर नहीं बताओगे तो मैं तुम्हे श्राप दे दूंगी. तब श्रीपत महाराज ने बताया कि वो उनके भक्त हैं. जिसके बाद माता ने श्रीपत महाराज को वहां स्थापित कर दिया और बाद में वहां मंदिर बनाया गया. श्रद्धालु पहले मां कात्यानी को दूध अर्पित कर पूजा अर्चना करते हैं और बाद में श्रीपत महाराज की पूजा की जाती है.
(नोट – यह खबर मान्याताओं पर आधारित है. न्यूज18 इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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Tags: Bihar News, Khagaria news, Local18, Religion 18
FIRST PUBLISHED : July 22, 2023, 22:08 IST
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