Sunday, May 11, 2025
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Manipur Violence के बीच मैतेई समुदाय के लोगों को Airlift करने की तैयारी में सरकार

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जब वीडियो वायरल हुआ और देशभर में इसकी आलोचना हुई तब जाकर राज्य सरकार सक्रिय हुई। दिल्ली में संसद सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री ने पूरे मामले को लेकर अपना गुस्सा व्यक्त किया और साफ तौर पर कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।

मणिपुर के मैतई और कूकी समुदायों के बीच हो रही टकराव की स्थिति के बीच अब सरकार ने नई योजना बनाई है। बिरेन सरकार अब मिजोरम से मैतई समुदाय के लोगों को एयरलिफ्ट करने की तैयारी में जुटी हुई है। लोगों एयरलिफ्ट कब तक किया जाएगा इस संबंध में कोई जानकारी सामने नहीं आई है। मिजोरम पुलिस ने आइजोल शहर में मैतेई समुदाय के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था में इजाफा किया है। एक पूर्व-उग्रवादी संगठन ने मैतई लोगों को उनकी सुरक्षा को लेकर राज्य छोड़ने को कहा था।

संगठन के मुताबिक मणिपुर में दरिंदों की एक समूह द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया जाने की घटना के बाद मिजोरम के युवाओं में काफी गुस्सा है। बीते दिनों हुई इस घटना की देश भर में आलोचना की जा रही है। वीडियो में नजर आई महिलाएं कूकी समुदाय से है। पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक आइजवाल इंफाल और आइजवाल-सिल्चर के बीच एटीआर फ्लाइट्स के जरिए समुदाय के लोगों को मिजोरम से निकाला जाएगा। मिजोरम सरकार ने 22 जुलाई को राज्य में रहने वाले मैतई समुदाय के लोगों को सुरक्षा का आश्वासन दिया है। राज्य सरकार ने ये भी कहा है कि अफवाहों पर स्थानीय जनता ध्यान ना दें। पीटीआई ने एक आधिकारिक बयान के हवाले से बताया, राज्य के गृह आयुक्त एवं सचिव एच. लालेंगमाविया ने मैतई समुदाय के नेताओं के साथ बैठक की और उन्हें उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया।

ये है मामला

मणिपुर लगभग ढाई महीने से ज्यादा समय से कुकी और मैतेई समुदायों के बीच के हिंसा की वजह से उथल-पुथल का दौर देख रहा है। इसी कड़ी में 19 जुलाई को 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने और उनके साथ दुर्व्यवहार करने का एक वीडियो सामने आया। यह मामला 4 मई का है। अब तक 4 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, बड़ा सवाल यही है कि आखिर मामला अगर 4 मई का है तो इतने दिनों बाद तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई? जब वीडियो वायरल हुआ और देशभर में इसकी आलोचना हुई तब जाकर राज्य सरकार सक्रिय हुई। दिल्ली में संसद सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री ने पूरे मामले को लेकर अपना गुस्सा व्यक्त किया और साफ तौर पर कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। कोर्ट ने भी इस मामले को लेकर सरकार से कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। 

मोदी का बयान

संसद में फिलहाल मणिपुर को लेकर संग्राम जारी है। विपक्षी मणिपुर मामले पर चर्चा की मांग कर रहा है। वही सरकार भी चर्चा को तैयार है। बावजूद इसके सहमति नहीं बन पा रही है। मणिपुर वीडियो को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा ह्रदय दुख से भरा है। यह शर्मसार करने वाली घटना है। अपराध करने वाले कितने हैं, कौन हैं, वह अपनी जगह है पर बेइज्जती पूरे देश की हो रही है।

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