Saturday, May 24, 2025
Home20 दिन से अपने ही विभाग के ऑफिस नहीं जा रहे बिहार...

20 दिन से अपने ही विभाग के ऑफिस नहीं जा रहे बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, कहीं ये वजह तो नहीं?

देश प्रहरी की खबरें अब Google news पर

क्लिक करें

[ad_1]

हाइलाइट्स

बीते 20 दिनों से शिक्षा विभाग के कार्यालय नहीं जा रहे शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मीटिंग के बाद उनका विभाग बदले जाने की चर्चा.
अपर मुख्य सचिव केके पाठक से विवाद के बाद से ही अटकलबाजियां जारी.

पटना. बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर 20वें दिन भी कार्यालय नहीं पहुंचे. इसके साथ ही सचिवालय के गलियारों में चर्चा तेज है कि आखिर मंत्री जी कार्यालय क्यों नहीं आ रहे हैं? बीते 20 दिनों से उन्होंने विभाग के किसी बैठक में भी भाग नहीं लिया है. यहां तक कि निरीक्षण, प्रतिवेदन, एक्शन कार्य से भी मंत्री ने दूरी बना ली है. विशेष बात यह है कि पटना में रहते हुए शिक्षा मंत्री ने विभाग से दूरी बना ली है. वहीं, विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक प्रतिदिन बैठक के साथ-साथ कर रहे हैं समीक्षा कर रहे हैं.

कहा जा रहा है कि अभी अपर मुख्य सचिव ही पूरी तरह से विभाग चला रहे हैं. वहीं, शिक्षा मंत्री सार्वजनिक कार्यक्रमों में तो देखे जा रहे हैं, सोशल मीडिया में भी एक्टिव हैं, लेकिन केवल अपने विभाग के कार्यालय ही नहीं जा रहे हैं. ऐसे में चर्चा यही है कि बिहार में संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में क्या उनका विभाग बदला जाना है, या फिर उनको पद से हटाया जाना है? बहरहाल, अंदरखाने की हकीकत तो अभी फिलहाल किसी को नहीं मालूम, लेकिन इतना अवश्य है कि कई गैर जरूरी बयानों के लिए चर्चा में रहे बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी नाराज बताए जा रहे हैं.

नीतीश कुमार की नाराजगी को देखते हुए माना जाता है कि शिक्षा मंत्री को कंट्रोल में करने के लिए सीएम नीतीश ने शिक्षा विभाग में जान बूझकर तेज तर्रार और बेहद सख्त तेवर वाले आइएएस अधिकारी केके पाठक को बतौर अपर मुख्य सचिव तैनात किया. हालांकि, शिक्षा मंत्री इसके बाद भी नहीं रुके और उन्होंने केके पाठक से ही पंगा मोल ले लिया. शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक के बीच विवाद की शुरुआत जुलाई के प्रथम सप्ताह में तब हुई थी, जब उनके पीएस ने पाठक को पीत पत्र के जिए उनके कामकाज पर सवाल उठाया था.

दरअसल, पीत पत्र में पाठक पर आरोप लगाया गया था कि मंत्री से बातचीत किए बिना वे विभाग के महत्वपूर्ण फैसले ले रहे हैं. इसके बाद केके पाठक की ओर से शिक्षा विभाग ने पीत पत्र का जवाब भी पत्र के मजमून से ज्यादा तल्ख तेवर में दे दिया. इतना ही नहीं, शिक्षा विभाग में पीएस की एंट्री पर भी पाबंदी लगा दी गई. शिक्षा मंत्री और केके पाठक के विवाद से सरकार की फजीहत होने लगी. माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद अध्यक्ष लालू यादव से इसकी शिकायत की. इसके बाद राजद सुप्रीमो ने शिक्षा मंत्री को फटकार लगाई थी.

Tags: Bihar latest news, Bihar News

[ad_2]

Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments