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भास्कर ठाकुर/सीतामढ़ी: जिला के भैरोकोठी पुपरी रोड स्थित मुन्ना नर्सरी जिले का सबसे पुराना और बड़ा नर्सरी है. यह नर्सरी लगभग 60 वर्षों से इस क्षेत्र में हरियाली लाने में अपना योगदान दे रहा है. नर्सरी के संचालक इजहार उल हक उर्फ मुन्ना ने बताया कि यहां विश्व के तमाम प्रचलित किस्म के पौधे मिलता है. साथ ही उन्होंने बताया की इस नर्सरी में सेब का पौधा भी मिलता है, जो 45 डिग्री तापमान पर फल दे सकता है. मुन्ना नर्सरी नो सिर्फ लोगों को पौधे उपलब्ध कराते हैं बल्कि लगाने का तरीका भी बताते हैं.
नर्सरी के संचालक इजहार उल हक उर्फ मुन्ना ने बताया कि यह उनका खानदानी पेशा है. जो पिछले पांच-छह दशकों से चलते आ रहा है. उन्होंने बताया कि एग्रीकल्चर की पढ़ाई कर आने वाले वाले लोगों से बेहतर पौधा तैयार कर सकते हैं. यह प्रैक्टिकल कर आजमाया हुआ है. यह नर्सरी 2 एकड़ तक के भूभाग में फैला हुआ है. यह सीतामढ़ी का सबसे बड़ा नर्सरी है. उन्होंने बताया कि अगर कोई पौधा खरीदते हैं या फिर नर्सरी की शुरुआत करते हैं तो उनको हम अपनी तरफ से ट्रेनिंग भी देते हैं. ताकि बेहतर तरीकों से पौधे को तैयार कर सके.
ग्राहकों को पौधे देने के बाद उनको गाईड भी करते हैं मुन्ना
मुन्ना नर्सरी से और भी कई छोटे-बड़े नर्सरी के लोग जुड़े हुए हैं जो यहां से पेड़-पौधे को ले जाकर बिक्री करने का काम करते हैं. इस नर्सरी से सीतामढ़ी के अलावा मुजफ्फरपुर, शिवहर, मधुबनी, चंपारण और नेपाल तक के लोग पौधे खरीद कर ले जाते हैं. पौधे को किस तरह से सहेज कर रखना है, कब सिंचाई करनी है, और जल्द से जल्द विकास के लिए कौन सी दवा या खाद का इस्तेमाल करना है, इन सब का गाइडलाइन वो ग्राहकों को देते हैं. वहीं अगर आम के पौधे की बात कर लिया जाए तो महज 20 रूपए में से ही इसका पेड़ मिल जाता है. मुन्ना नर्सरी में 20 से 25 लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराया है. इस नर्सरी में काम कर उससे होने वाली कमाई से अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : July 27, 2023, 16:19 IST
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