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बाढ़ और बारिश के कारण आई फ्लू के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। हेल्थ एक्सपर्ट्स ने लोगों से हर तरह की सावधानी बरतने की सलाह दी है। चलिए हम आपको हैं ऑफिस जाते और आते समय बस और मेट्रो में कैसे सावधानी बरती जा सकती है।
मानसून का मौसम शुरुआत से दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है। भारी बारिश की वजह से दिल्ली में बाढ़ आ गयी। अभी लोग बाढ़ की स्थिति से उभरे भी नहीं थे कि अब एक और नयी परेशानी ने उनकी मुसीबते बढ़ा दी हैं। दरअसल, बीते कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर के कई इलाके में आई फ्लू (कंजंक्टिवाइटिस) के मामले में बढ़ोतरी देखने को मिली है। एम्स के आपातकालीन नेत्र विभाग में हर दिन 100 मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में अब आई फ्लू के बढ़ते आकड़ों ने लोगों को डराना शुरू कर दिया है। बाढ़ और बारिश के कारण आई फ्लू के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। हेल्थ एक्सपर्ट्स ने लोगों से हर तरह की सावधानी बरतने की सलाह दी है। चलिए हम आपको हैं ऑफिस जाते और आते समय बस और मेट्रो में कैसे सावधानी बरती जा सकती है।
सनग्लासेस या सुरक्षित आईवियर पहनें- बस या मेट्रो में यात्रा करने के दौरान या बाहर घूमने के दौरान आँखों को सुरक्षित रखने पर ध्यान दें। इसके लिए आप सनग्लासेस या सुरक्षित आईवियर पहन सकते हैं। आईवियर आई फ्लू वायरस को आँखों तक पहुंचाने वाले वायुजनित कणों, धूल और कीटाणुओं के खिलाफ एक बाधा के रूप में कार्य करता है।
हाथ की स्वच्छता पर ध्यान दें- आँखों को आई फ्लू से बचाने के लिए अपने हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखें। गंदे हाथों से आँखों को छूने की गलती न करें। इसके अलावा मेट्रो और बस में किसी चीज को छूने के बाद अपने हाथों को आँखों से दूर ही रखने की कोशिश करें। हैंड सैनिटाइजर की बोतल हमेशा अपने साथ रखें और जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल करते रहें।
चेहरे को बार-बार छूना बंद कर दें- हाथों के जरिए आई फ्लू फैल सकता है। इसलिए बिना हाथों को धोए अपने चेहरे को छूने की गलती न करें। ऐसा करने से आपको संक्रमण हो सकता है। चेहरे को छूने से पहले हाथों को सैनिटाइज करें। अगर आपके पास सैनिटाइजर नहीं है तो आप चेहरे को साफ़ करने के लिए टिश्यू का उपयोग कर सकते हैं।
सामाजिक दूरी का अभ्यास करें- सामाजिक दूरी सिर्फ कोरोना वायरस से बचाने के लिए नहीं थी बल्कि ऐसा करने से आप लगभग हर वायरल इंफेक्शन से बच सकते हैं। बस और मेट्रो में जितनी हो सके लोगों से दूरी बनाकर रखने की कोशिश करें। ऐसा करने से संक्रमण फैलने का खतरा काफी हद तक कम हो जाएगा।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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