Sunday, May 11, 2025
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कारवाने इत्तेहाद व भाईचारा यात्रा पर जदयू के अल्पसंख्यक नेता, मुस्लिमों को बता रहे CM नीतीश का खास संदेश

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हाइलाइट्स

जदयू की कारवां-ए-ईत्तेहाद भाईचारा यात्रा की शुरुआत पश्चिमी चंपारण से हुई.
जदयू एमएलसी खालिद अनवर और मंत्री जमा खान कर रहे हैं यात्रा की अगुवाई.
जदयू की ओर से मुस्लिम समुदाय को नीतीश कुमार का संदेश देने की कवायद.

पटना. बिहार में जदयू की कारवाने इत्तेहाद व भाईचारा यात्रा की शुरुआत पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज से शुरू हुई. मंगलवार (1 अगस्त) को शुरू हुई ये यात्रा जदयू MLC खालिद अनवर की अगुवाई में हो रही है. माना जा रहा है की यात्रा का मकसद मुस्लिम वोटरों को जदयू से जोड़ना है. इस यात्रा में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान सहित जदयू के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे.

माना जा रहा है की नीतीश कुमार के निर्देश पर जदयू के एमएलसी खालिद अनवर इस यात्रा के बहाने मुस्लिम समाज के लोगों के बीच जाकर मुस्लिम वोटर को ये बताने की कोशिश कर रहे हैं कि नीतीश कुमार ने मुस्लिम समाज के लिए क्या क्या किया है. इसके साथ ही मुस्लिम समाज को ये मैसेज भी देने की कोशिश है की नीतीश कुमार के रहते मुस्लिम समाज पूरी तरह से सुरक्षित है, जिसका विश्वास खालिद अनवर अपने भाषण में लगातार दे रहे हैं.

अपनी इस यात्रा के दौरान खालिद अनवर ये भी बताना नहीं भूलते हैं कि कुछ लोग समाज को बांटना चाहते हैं, लेकिन नीतीश कुमार के रहते वो सफल नहीं हो पाएंगे. आज समाज को कुछ लोग बांटने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनके मंसूबों को नीतीश कुमार सफल नहीं होने देंगे. आज मस्जिदों को तोड़ तोड़ कर मंदिर खोजा जा रहा है, ये गंगा जमुनी तहजीब नहीं है. ऐसा हिंदुस्तान किसी ने नहीं सोचा था.

मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच जब जदयू के वरिष्ठ नेता और मंत्री बोल रहे हैं तो उनकी तरफ से भी कई तरह के सवाल आ रहे हैं, लेकिन जब जदयू की नेता उनके सवाल का जवाब देते हैं तो उनसे ये सवाल भी पूछने लगते हैं, जो बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है और सभा में सन्नाटा पसर जाता है.

खालिद अनवर कहते हैं, मुस्लिम नुमाइंदों की संख्या विधान सभा से लेकर लोक सभा तक में घटती जा रही है, इसके लिए जिम्मेदार कौन है? इसके लिए हमें भी अंदर झांकने की जरूरत है. मुस्लिम समाज को हिन्दुओं के बीच जाना होगा. हिंदू भाई को बताना होगा कि हम और वो एक दूसरे के पूरक हैं. हिंदू-मुस्लिम में कोई अंतर नहीं है, यही संदेश नीतीश कुमार के सिपाही के तौर पर जनता के बीच बताने के लिए हम आए हैं.

अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान कहते हैं कि मैं चैनपुर विधान सभा से जीत कर आता हूं, जहां मात्र २० हजार मुस्लिम मतदाता हैं, बाकी सारे हिन्दू हैं. वहां की जनता ने मुझे लगभग एक लाख वोट दिया, आप समझ सकते हैं कि बिहार के हिंदू मुस्लिम जनता का आपस में किस तरह का नाता है. लेकिन, आज इसी एकता को तोड़ने की साजिश रची जा रही है. इसी को रोकने के लिए नीतीश कुमार और उनके सिपाही लगातार प्रयास कर रहे हैं.

बहरहाल, ये यात्रा बिहार के हर जिला में होगी. खासकर मुस्लिम बाहुल्य इलाके में अलग अलग जिला में जदयू के वरिष्ठ मंत्री शामिल होंगे. खबर ये भी है कि किसी सभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हो सकते हैं. दरअसल, जदयू सहित महागठबंधन को इस बात का डर है कि कहीं MIM जैसी पार्टियां मुस्लिम समाज के वोट को तोड़ने की कोशिश में सफल ना हो जाए. जैसा कि 2020 के विधान सभा चुनाव में हुआ था, जब मुस्लिम बहुल इलाके से MIM ने पांच सीट पर जीत हासिल की थी, इस यात्रा का मकसद भी यही बताया जा रहा है.

Tags: 2024 लोकसभा चुनाव, Bihar politics, JDU news, JDU nitish kumar, Loksabha Election 2024, Loksabha Elections, लोकसभा चुनाव राजनीति

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