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रांची. 2024 लोकसभा चुनाव महासंग्राम को लेकर NDA और INDIA के बीच बयानबाजी का महासंग्राम शुरू हो चुका है लेकिन बयानबाजी के इस दौर में कांग्रेस अपने ही घर में घिरती नजर आ रही है. झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान एक ऐसा ही बयान बुधवार को सामने आया जब एक कांग्रेस विधायक ने इंदिरा गांधी के खिलाफ बड़ा बयान देकर सभी को चौंका दिया. मानसून सत्र के दौरान विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला अपने ही बयान में उलझते नजर आए.
दरअसल कांग्रेस विधायक ने कहा कि वह सीपीआई की पैदाइश हैं और 1974 में इंदिरा गांधी की तानाशाही का विरोध करने पर उन्हें जेल जाना पड़ा. जब मीडिया ने उनसे सवाल पूछा कि क्या वह इंदिरा गांधी को तानाशाह बता रहे हैं तब उनका जवाब था “जब वह तानाशाह नहीं थी तब हम जेल कैसे गए, गजब बात करते हो।”. कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला यहीं नहीं रुके उन्होंने बताया कि 1974 में जेपी आंदोलन के दौरान उन्हें 8 महीने के लिए जेल में रहना पड़ा. उस समय उनकी उम्र 18 साल से कम थी.
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर वह उस समय 18 साल से ज्यादा होते तो आज उन्हें 30 हजार रुपये पेंशन मिल रहा होता. बरही से कांग्रेस विधायक अकेला ने कहा कि वह न तो कांग्रेसी विचारधारा के हैं और न ही बीजेपी की. उन्होंने खुद को समाजवादी विचारधारा का बताया. कांग्रेस विधायक ने बताया कि वह जेपी, लोहिया और भगत सिंह जैसे महान नेताओं के आदर्श को मानने और उसपर चलने वाले नेता हैं.
दरअसल विधानसभा के बाहर मीडिया ने कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला से झारखंड प्रतियोगिता परीक्षा विधेयक को लेकर सवाल पूछा था. इस पर कांग्रेस विधायक ने कहा कि जो विद्यार्थी मेधावी हैं उन्हें परीक्षा में नकल करने की जरूरत ही नहीं पड़ती. उन्होंने कहा कि परीक्षार्थी कई बार विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकारी संपत्तियों को निशाना बनाते हैं. विधेयक में नकल करने वाले परीक्षार्थियों को जेल की सजा के मुद्दे पर बोलते बोलते वह सीधे 1974 के आंदोलन के बारे में बोल गए. फिर वहीं से उन्होंने इंदिरा गांधी के समय की तानाशाही रवैये और खुद के जेल जाने की कहानी सुना डाली.
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Tags: Jharkhand news, Jharkhand Politics, Ranchi news
FIRST PUBLISHED : August 02, 2023, 22:41 IST
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