Monday, November 25, 2024
Homeदांपत्य जीवन में रहना है सुखी तो पहुंचे बिहार के इस मंदिर

दांपत्य जीवन में रहना है सुखी तो पहुंचे बिहार के इस मंदिर

देश प्रहरी की खबरें अब Google news पर

क्लिक करें

[ad_1]

अंकित कुमार सिंह/सीवान: बिहार के सीवान का एक ऐसे प्रसिद्ध मंदिर के बारे में हम आपको बताने जा रहें हैं जो दांपत्य प्रेम को प्रगाढ़ करने के लिए काफी प्रसिद्ध है. यह जिला के मैरवा स्थित चंदनिया डीह मंदिर है. इस चंदनिया डीह मंदिर में सैकड़ों जोड़े आकर परिणय सूत्र में बंधते हैं. माना जाता है कि यहां होने वाली शादियों का दांपत्य जीवन सुखमय होता है. साथ हीं ज्यादा टिकाऊ होता है. यही नहीं यहां लड़का और लड़की की दिखाई का रस्म भी होता है जो जल्द ही रिश्ते में तब्दील हो जाता है. इसी आस्था के साथ दूर-दराज से श्रद्धालु भक्त चंदनिया भवानी के दर्शन को आते हैं.

250 साल पुराने इस मंदिर का आखिर क्या है इतिहास

मंदिर के पुजारी संजय मिश्रा ने बताया कि यह मंदिर लगभग 250 वर्ष पुराना है. यहां मां दुर्गा खुद प्रकट हुई थी. माता के बारे में प्रचलित कहानी है कि यूपी के बलिया के सहदेव चौधरी को एक खुबसूरत पुत्री हुई. जिसका नाम चंदा रखा गया. लोग प्रेम से उसे चन्वा बुलाने लगे. लडकी की सुंदरता पूरे क्षेत्र में फैल गई. इनकी सुंदरता देख बलिया का एक नामी पहलवान मेठा की नीयत डोल गया तथा वह शादी करने की सोचने लगा.

लेकिन, चंदा सात्विक विचारों की थी. जिसके चलते उसने शादी से इंकार कर दिया. मेठा चंदा का डोला उठाकर जबरिया शादी करना चाहता था. अपनी पुत्री की मर्यादा बचाने के लिए उसके पिता उसे मैरवा के स्याही निवासी पहलवान शिवधर के पास लाए. मेठा पहलवान उसका पीछा करते यहां तक आ गया. दोनों पहलवानों तथा उनके शिष्यों के बीच मल्ल युद्ध हुआ. जिसमें मेठा पहलवान मारा गया.

मल्ल युद्ध की वजह से 16 बीघे जमीन हो गई रेतीली

मल्ल युद्ध की वजह से यहां का 16 बीघा जमीन रेतीली हो गई थी. कुछ समय बाद शिवधर की नियत भी चंदा की सुंदरता देखकर डोल गया तथा वह भी उससे शादी करने का दबाव बनाने लगा. चंदा ने अपनी आत्मरक्षा के लिए सकरा में इमली के पेड़ के नीचे अपना प्राण त्याग दिया. चंदा के मरने के बाद हथुआ दरबार में रहने वाले पंडित रामचंद्र मिश्र को चंदा ने अपने बारे में स्वप्न दिखाया तथा कहा कि वह इमली के पेंड़ के नीचे पिंडी के रूप में प्रकट हुई हूं.

तुम वहां मंदिर की स्थापना करो, जहां मैं रह सकूं तथा भक्तों का कल्याण कर सकूं. पुजारी संजय मिश्रा ने बताया किचंदनिया डीह मंदिर में मां की कृपा से बिगड़े दांपत्य जीवन में भी प्रगाढ़ता आ जाती है. जिसकी शादी होती है उसका जीवन सदा सुख में रहता है. इसलिए इस मंदिर से लोगों की आस्था जुड़ी हुई है.

Tags: Bihar News, Local18, Religion 18, Siwan news

[ad_2]

Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments