पाकुड़ । जिला के मंडल कारा पाकुड़ मे ट्यूबरक्लोसिस बीमारी से बचाव पर कैदियों के बीच “टी. वी. पाठशाला” का आयोजन जिला यक्ष्मा केंद्र पाकुड़ एवं पिरामल स्वास्थ संस्था के संयुक्त प्रयास से हुआ।
इस पाठशाला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य बच्चों को ट्यूबरक्लोसिस बीमारी के बारे मे जानकारी प्राप्त करना था। जिसमे टी. वी. बीमारी कैसे फैलता है, इसे पहचानने का तरीका एवं इसके समुचित इलाज क्या है?
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी पाकुड़ मो. अहतेशामुद्दीन ने बताया की दो सप्ताह से अधिक खाँसी, वजन का कम होना, सीने मे दर्द, भूख कम लगना, तीब्र बुखार आना, खाँसी के साथ बलगम या खून आना शामिल है। ऐसी स्थिति मे व्यक्ति को तुरंत अपने कारा मे आये डॉक्टर के पास जाकर बलगम की जाँच करायें।
साथ ही पिरामल स्वास्थ के मनोज महतो एवं अर्जुन दास ने ये भी बताया की स्वास्थ केंद्र पर टी. वी. की जाँच एवं इलाज बिल्कुल मुफ्त है। साथ ही मरीजों को निक्षय योजना के तहत 500 सौ रूपये बैंक खाता मे दिया जाता है ताकि वे पोष्टीक का सेवन कर सके।
इस दौरान सामु. स्वा. केंद्र पाकुड़ के STS मिठून पाल ने बताया की टी. वी. का इलाज संभव है। मरीजों को जब भी टी. वी. लक्ष्ण की अंदेशा हो तो अपने जेल सुप्रीटेंडेंट से संपर्क करें और सरकार के योजना से लाभान्वित हो। इस पाठशाला मे जेल सुप्रीटेंडेंट ललन कुमार भारती एवं अन्य जेल के अधिकारी एवं कर्मी मौजूद थे।