पाकुड़ । जिले में मिजिल्स रुबेला संक्रमण की रोकथाम के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इसे लेकर सोमवार को नगर स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक नगर परिषद अध्यक्ष की अध्यक्षता में की गई।
बैठक में सिविल सर्जन ने बताया कि भारत सरकार ने इस वर्ष मिजिल्स रूबेला के उन्मूलन के लिए लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए प्रथम दो सप्ताह स्कूल में, फिर दो सप्ताह आंगनवाड़ी में और एक सप्ताह छूटे हुए बच्चो को टीका लगाया जायेगा। जिसमें 9 महीने से लेकर 15 साल तक के बच्चों का एमआर टीकाकरण अप्रैल माह से किया जाएगा। अभियान के दौरान सभी स्कूल, आंगनबाड़ी और स्वास्थ्य संस्थान में टीकाकरण किया जाएगा। इसके सफल क्रियान्वयन के लिए शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, सभी पंचायती राज संस्थान एवं एनजीओ से सहयोग लिया जाएगा। शत-प्रतिशत् लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा माइक्रो प्लान बनाया जाएगा और प्रचार प्रसार से अधिक से अधिक लोगों तक इसकी जानकारी पहुंचाए जाएगा। सिविल सर्जन ने सभी सरकारी एवं प्राइवेट स्कूलों के प्रिंसिपल से अपील किया कि वे अपने अपने स्कूल से फ्रॉम एक में डाटा भरकर बीआरसी कार्यालय में जमा कराएं, ताकि ससमय माइक्रोप्लान बनाया जा सके।
टीका पूरी तरह सुरक्षित
बैठक में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के डॉक्टर शिरीष कुमार ने कहा कि अभियान के अंतर्गत 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को यह टीका लगाया जाएगा। अगर बच्चे ने पहले भी टीका लिया है तो भी उसे टीका दिया जाएगा। कहा खसरा रोग के सफाई तथा रूबेला को नियंत्रित करने के लिए बच्चों को यह टीका दिया जाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा खसरा रूबैला का टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। बच्चों को यह टीका एक प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी द्वारा लगाया जाएगा।
क्या है रूबैला संक्रमण
रूबैला एक संक्रामक रोग है। यह भी वायरस द्वारा फैलता है। इसके लक्षण खसरा रोग जैसे होते हैं, यह लड़के या लड़की दोनों को संक्रमित कर सकता है। यदि कोई महिला गर्भावस्था के शुरुआती चरण में इससे संक्रमित हो जाए तो कंजेनिटल रूबैला सिंड्रोम (सीआरएस) हो सकता है जो उसके भ्रूण तथा नवजात शिशु के लिए घातक सिद्ध हो सकता है।
मौके पर सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल, कार्यपालक पदाधिकारी कोशलेश कुमार यादव, डॉ शिरीष कुमार, जिला शहरी स्वास्थ्य प्रबंधक पाकुड़ विनोद कुमार वर्मा, पाकुड़ नगर के सरकारी एवं प्राइवेट स्कूलों के प्रिंसिपल, एनयूएलएम के सीआरपी, सभी अर्बन एएनएम एवं बीटीटी समेत अन्य उपस्थित थे।