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आदित्य आनंद/गोड्डा. झारखंड सहित पूरे देश में आज राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया गया. ऐसे में गोड्डा के लिए भी आज का दिन काफी खास रहा. जिले के ठाकुरगंगटी प्रखंड अंतर्गत रेशम नगर के नाम से विश्व विख्यात भगय्या सिल्क सिटी में हर साल की भांति इस साल भी हथकरघा दिवस धूमधाम से मनाया गया. इसमें इस गांव के सभी बुनकर आज भगय्या में बने झारक्राफ्ट कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे. इस दौरान भगय्या रेशम नगर में तैयार होने वाले कपड़े, साड़ी, हस्तशिल्प कला को स्क्रीनिंग के माध्यम से लोगों को दिखाया गया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महागामा विधायक दीपिका पांडे सिंह, ठाकुरगंगटी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी राजीव कुमार के साथ झारक्राफ्ट के कई पदाधिकारी मौजूद रहे. वहीं विधायक दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि झारक्राफ्ट कार्यालय में बहुत जल्द हस्तशिल्प कला के पाठ्यक्रम की शुरुआत भी की जाएगी. जिससे इस गांव के इच्छुक बच्चे यहां पढ़ाई के साथ-साथ हस्तशिल्प कला को नए बेहतर और तकनीकी रूप से करने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर पाएंगे.
वहीं भगय्या गांव के आशीष राम ने बताया कि आज गांव की बुनकरों के लिए उत्सव का दिन है लोग उत्साह के साथ अपने काम कर रहे हैं. हालांकि आधुनिक युग में मशीनों के कपड़े पहनना लोग अधिक पसंद करने लगे हैं. लेकिन आज भी हमारे हाथ से बनाए गए कपड़े लोग खूब पसंद करते हैं और देश के कोने-कोने में हमारे बनाए हुए वस्त्र लोग पहनते हैं.
हथकरघा दिवस का मुख्य उद्देश्य
हथकरघा दिवस की शुरुआत 7 अगस्त 2015 में देश के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा की गई थी. इसका उद्देश्य लघु और मध्यम उद्योग को बढ़ावा देना है. इसके अलावा यह दिन बुनकर समुदाय को सम्मानित करने और भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास में उनके योगदान को सराहने वाला दिन है. यह बहुत जरूरी है कि हथकरघा से बनीं चीजें देश- विदेश के कोने-कोने तक पहुंचें. इससे भारत को अलग पहचान तो मिलेगी ही, बुनकर समुदायों को भी आगे बढ़ने का मौका मिलेगा.
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Tags: Godda news, Jharcraft, Local18
FIRST PUBLISHED : August 08, 2023, 11:19 IST
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