Wednesday, November 27, 2024
Homeगरीबों के लिए फाइव स्टार होटल से कम नहीं है ये नाश्ते...

गरीबों के लिए फाइव स्टार होटल से कम नहीं है ये नाश्ते की दुकान, जानें लोकेशन

देश प्रहरी की खबरें अब Google news पर

क्लिक करें

[ad_1]

गुलशन कश्यप/ जमुई. जहां एक तरफ बड़े-बड़े रेस्टोरेंट और बड़े होटल का प्रचलन इन दिनों जोर पर है, वहीं जिले में एक ऐसी दुकान भी है जहां मात्र 15 रूपये में लोगों को भरपेट खाना मिलता है. यही कारण है कि यह मजदूर वर्ग के लोगों का फाइव स्टार होटल बना हुआ है. जमुई जिला के खैरा बाजार के थाना के सामने एक छोटे से ठेले पर इस दुकान का संचालन किया जाता है. जिसमें मात्र 15 रूपये में लोगों को भरपेट नाश्ता मिलता है. लोगों को कचौरी, सब्जी के साथ में जलेबी खिलाया जाता है.

इस कारण इस दुकान में प्रतिदिन हजारों की बिक्री होती है. दुकान के संचालक विनोद राम ने बताया कि करीब 4 साल पूर्व इस दुकान की शुरुआत की थी और तब से लेकर आज तक दुकान चल रही है. इस दुकान से प्रति माह चालीस हजार तक की आमदनी हो जाती है. दुकान के संचालक ने विनोद राम बताया कि सुबह 7 बजे से लेकर 11 बजे तक दुकान लगती है. दुकान लगने के साथ हीं बड़ी संख्या में लोग दुकान पर आने लगते हैं और नाश्ता करते हैं.

सुबह 11 बजे तक हीं लगती है नाश्ते की दुकान

उन्होंने बताया कि दुकान लगाने के लिए एक रात पहले से ही इसकी तैयारी शुरू कर दी जाती है. जलेबी के लिए मैदा को तैयार किया जाता है और लोगों को गर्म खाना परोसा जाता है. मात्र 15 में लोगों को छह कचौड़ी, एक जलेबी और सब्जी के साथ अचार और प्याज भी दिया जाता है. दुकानदार विनोद राम ने बताया कि कहने को तो यह दुकान भी स्ट्रीट फूड के अंतर्गत हीं आता है, लेकिन लोगों को यहां घर का जायका मिलता है.

जो लोग काम करने जाते हैं, उन्हें सुबह के वक्त एक अच्छे नाश्ते की आवश्यकता होती है और उन्हें वह सब कुछ इस दुकान पर मिल जाता है. ताकि दोपहर का खाना मिलने तक उन्हें भूख न लगे. इसके अलावा आस-पास के दुकानदार और ऑफिस आने वाले लोग भी बड़े शौक से दुकान पर आकर नाश्ता करते हैं. रोजाना 150 प्लेट नाश्ते की बिक्री की दुकान में होती है और यह दुकान आस-पास के इलाके में भी काफी प्रसिद्ध है.

Tags: Food 18, Local18, जमुई

[ad_2]

Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments