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गुलशन सिंह/बक्सर.गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ते हुए खतरे के निशान के बेहद करीब पहुंच चुका है. ऐसे में निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है. गंगा का जलस्तर अब खतरे के निशान से केवल 50 सेंटीमीटर की दूरी पर है. केंद्रीय जल आयोग के कनीय अभियंता प्रशांत चौरसिया ने बताया कि गंगा का जलस्तर 58.700 मीटर पहुंच चुका है. उन्होंने बताया कि जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है. यह वृद्धि 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हो रही है. ऐसे में आशंका है कि गंगा का जलस्तर जल्द ही चेतावनी बिंदु पार कर जाएगा. बताया जा रहा है कि 12 घंटे के अंदर गंगा घाट की आठ से दस सीढियां डूब गई है.
गंगा में जलस्तर बढ़ने के बाद सहायक नदियां भी उफान पर है. ठोरा नदी के किनारे सब्जी की खेतों में भी पानी घुस गया है. जिसके कारण सब्जी उत्पादक किसानों को काफी नुकसान हो रहा है. जिस प्रकार तेजी से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है ऐसे में दियारा वासियों की रातों की नींद भी उड़ गई है. हालांकि प्रशासन यह दावा कर रहा है कि बांध मजबूत है. एसडीएम धीरेंद्र मिश्रा ने बताया कि राहत और बचाव की सारी तैयारियां की गई है. उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं और लोगों से अपील की गई है कि गंगा की तेज धार में स्नान करने से परहेज करें, क्योंकि सीढियां डूबने की वजह से खतरा बढ़ गया है. इस दौरान लोगों को सतर्कता बरतने की आवश्यकता है.
घाटों पर लागू हुआ धारा 144
एसडीएम धीरेंद्र मिश्रा ने बताया कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए किसी भी घाट पर बगैर लाइफ जैकेट के नौका परिचालन पर पूर्ण प्रतिबंध लग गया है. घाटों पर धारा 144 लगा दी गई है. लोगों से अपील की जा रही है कि जान-माल की रक्षा के लिए गंगा घाटों पर न जाएं. साथ ही उन्होंने गंगा किनारे रहने वाले लोगों को भी सतर्क रहने की सलाह दी है. उन्होंने बताया कि प्रशासन पूरी चौकसी के साथ गंगा घाटों की निगरानी कर रहा है. इधर, बताया जा रहा है कि दियारा वासी भी संभावित बाढ़ के मद्देनजर पूरी तरह से सतर्क है. प्रशासन ने भी सभी को एहतियात के सारे उपाय बताए हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 10, 2023, 12:12 IST
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