पाकुड़ । मंगलवार को समाहरणालय सभागार में उपायुक्त वरुण रंजन ने जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजना अंतर्गत विभिन्न कार्यों की समीक्षा की।
समीक्षा क्रम में उपायुक्त वरुण रंजन ने जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र मे एसवीएस, एचवीएस, कलस्टर एचवीएस, सिंगल विलेज योजना एवं कलस्टर एसबीएस अंतर्गत संचालित कार्यों की प्रगति का क्रमवार समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में पाया गया की सुशील भगत एवं सोम्या दर्शन के द्वारा कार्य समय से नहीं किया जा रहा है। उपायुक्त द्वारा स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया गया।
शहरी जलापूर्ति योजना के समीक्षा क्रम में बताया गया कि पम्प हाउस / मैकेनिकल वर्क एवं विद्युत संयोजन का कार्य किया जाना शेष है, जिसे माह जून तक कम्पलीट किया जाना है। उपायुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि संबंधित संवेदक से कार्य विलंब करने के कारण स्पष्टीकरण की माँग की जाए। संतोषजनक जवाब नहीं आने पर संवेदको को काली सूची में डालने हेतु कार्रवाई की जाएगी।
लिट्टीपाड़ा बहुग्रामीण जलापूर्ति के समीक्षा क्रम में बताया गया कि योजना के तहत जॉन पांच एवं छः में 15 अप्रैल तक वाटर सप्लाई किया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण में जिले में कुल 262 अदद ग्रामों को वर्ष 2022-2023 के लिए ओडीएफप्लस के रूप में चिन्हित करने का लक्ष्य निर्धारित है जिसके विरुद्ध अभी तक कुल 122 ग्रामों को एमआईएस पोर्टल पर ओडीएफ प्लस किया जा चुका। 31 March तक कुल 230 मद ग्रामों को ओडीएफ प्लस के रूप में में चिन्हित की जाएगी। उपायुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत ग्रामस्तर पर सुखा कचरा, गीला कचरा, प्लास्टिक प्रबंधन गोवर्धन योजना आदि का सही कार्य योजना तैयार कर काम करें, ताकि योजनाओं का सही रूप से मॉनिटरिंग करते हुए पूर्ण की जा सके
उपायुक्त ने सभी संवेदको को स्थानीय प्रखंड विकास पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर स्थानीय समिति की देख रेख में कार्य संचालित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत संचालित कार्यों का जिले के सक्षम पदाधिकारी निरीक्षण कर योजना की कार्य प्रगति का जायजा लेंगे ताकि योजनाओं को निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जा सके।
इस दौरान कार्यलक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल राहुल कुमार श्रीवास्तव, जिला समन्वयक सुमन कुमार मिश्रा ज़िला समन्वयक MIS रितेश कुमार एवं सहायक अभियंता उपस्थित थे।