पाकुड़ । उप विकास आयुक्त शाहिद अख्तर ने खसरा रूबैला टीकाकरण अभियान की शुभारंभ बुधवार को शहर के कस्तूरबा आवासीय विद्यालय से की। उप विकास आयुक्त की उपस्थिति में 100 छात्राओं को खसरा रूबैला का टीका दिया गया।
उप विकास आयुक्त ने इस अभियान की शुरूआत करते हुए कहा कि मिजिल्स रूबैला एक जानलेवा बीमारी है। इसलिए इसके रोकथाम हेतु जिला प्रशासन पाकुड़ पूर्ण रूप से सतर्क एवं तैयार है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने इस वर्ष मिजिल्स रूबेला के उन्मूलन के लिए लक्ष्य निर्धारित किया है। जिसमें 9 महीने से लेकर 15 साल तक के जिले के लगभग 3 लाख 34 हजार बच्चों का एमआर टीकाकरण निर्धारित है। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान सभी स्कूल, आंगनबाड़ी और स्वास्थ्य संस्थान में नि:शुल्क टीकाकरण किया जाएगा। जिले के एक भी बच्चे नहीं छुटे इसको लेकर पूरी तैयारी की गई है। टीम के माध्यम से अलग-अलग क्षेत्रो में उन्हे लगाया गया है। स्कूलो में भी चिकित्सको और एएनएम की देखरेख में टीका दिया जायेगा।
सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल ने कहा कि मिजिल्स रूबैला का टीका पूरी तरह सुरक्षित है। यह बच्चों को रूबैला जैसी जानलेवा बीमारी से बचाने का काम करेगा। इसके अलावा सीएस ने सभी से मिजिल्स रूबैला का टीका लगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि अभियान को सफल बनाने में आप सभी का सहयोग मिल रहा है। सभी के सहयोग एवं समन्वय से मिजिल्स रूबैला जैसी खतरनाक बीमारी से बच्चों को बचाने में कामयाब होंगे।
सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल ने लोगों से अपील किया कि सभी लोग अपने नौ माह से पंद्रह वर्ष तक के बच्चों को एमआर का टीका जरूर लगवाएँ। ये पूरी तरह सुरक्षित है। पहले भी ये टीका बच्चों कों लगता आया है। मिजिल्स रुबैला तेज़ी से फैल रहा है, इसके लिए सभी बच्चे जो पहले से ये टीका ले चुके हैं या टीका नहीं लिए है सभी को एमआर से सुरक्षा के लिए टीका दिया जाना है।
मौके पर सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल, जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनी देवी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ चंदन, जिला शिक्षा अधीक्षक मुकुल राज समेत अन्य उपस्थित थे।