हाइलाइट्स
- घर-घर जाकर की ग्रामीणों का स्वास्थ्य जांच व गांव में किया ब्लीचिंग का छिड़काव
- लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ दी गई आवश्यक दवा
- उपायुक्त ने कहा स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्रामीणों से लगातार संपर्क में है
पाकुड़। लिट्टीपाड़ा प्रखंड के नावाडीह पंचायत अंतर्गत जोरडिहा गांव में डायरिया से बच्चे की मौत की खबर समाचार पत्रों में प्रकाशित होने के बाद उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे है।
उपायुक्त के निर्देश पर जिला स्तरीय जांच दल की टीम जोरडिहा गांव पहुंच कर कैंप कर रही है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार झा के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य जांच कर रही है।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार झा ने बताया कि गांव में करीब घर के 279 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई। जांच के दौरान दो लोगों को डायरिया से पीड़ित पाया गया है। उन्हें सामुदायिक केंद्र लाकर बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल सोनाजोड़ी रेफर कर दिया गया है। वहीं गांव में सभी लोग को दवा ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव एवं डायरिया से बचाव हेतु जानकारी दी गई है।
उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीणों को हर संभव मदद उपलब्ध कराया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य जांच कर रही है। टीम द्वारा लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ आवश्यक दवा व सलाह भी दे रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्रामीणों से लगातार संपर्क में है। ताकि किसी प्रकार की समस्या होने पर उन्हें जरूरी सलाह के साथ-साथ आवश्यक इलाज मुहैया कराया जा सके।