पाकुड़ । जनसेवक संवर्ग के हड़ताल के कारण सरकार की सभी विकास योजनाओं में बाधा आ रही है। विदित हो कि जनसेवक कृषि के साथ साथ अन्य सभी विभागों के कार्य भी करते हैं और पर्यवेक्षीय पदों पर आसीन हैं।ऐसे में उनके अनिश्चितकालीन हड़ताल पर झारखंड राज्य जनसेवक संघ पाकुड़ इकाई के अध्यक्ष संतोष कुमार का कहना है कि जनसेवकों के हड़ताल पर चले जाने से सभी प्रखंडों में विकास कार्य एवं आवश्यक सेवा के कार्य ठप पड़ गए हैं।
जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है, जिसके कारण सभी प्रखंडों में आसपास सहित दूर दराज गांव से पहुंच रहे ग्रामीण संबंधित जनसेवक के नहीं होने के कारण काम नहीं होने के बाद निराश घर लौट रहे हैं। लोग अपना काम कराने प्रखंड कार्यालय पहुंच तो रहे हैं। परंतु उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है। प्रत्येक जनसेवक 2 से 3 विभागों के प्रभार में हैं ऐसे में किसी अन्य को उनका अतिरिक्त प्रभार देने में भी समस्या आ रही है। जैसे आपूर्ति अंतर्गत राशन कार्ड निर्माण, सुधार, और खाद्यान्न वितरण प्रभावित हो रहा है। सामाजिक सुरक्षा अंतर्गत वृद्धा पेंशन, विधवा, दिव्यांग पेंशन, का कार्य प्रभावित हुआ है। बुज़ुर्ग इस भीषण गर्मी में असहाय होकर कार्यालयों से वापस हो रहे हैं। KCC, कृषि ऋण माफी योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना जैसी कृषि और किसान हित की योजनाएं पूर्णतः ठप पड़ गई हैं। खरीफ के लिए KCC का लक्ष्य प्रखंडवार निर्धारित है जिसे पूरा करना चुनौतीपूर्ण होगा। सभी मिट्टी जांच केंद्र बंद पड़े हैं।
सांख्यिकी समेत पंचायतों का कई कार्य प्रभावित हो गया है। मालूम हो कि झारखंड सरकार द्वारा ग्रेड पे घटा देने के कारण सरकार के खिलाफ जनसेवक अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर पिछले 12 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। ऐसे में कई विभागों का कार्य ठप पड़ गया है।
अगर इसी तरह से जन सेवकों का हड़ताल चलता रहा तो आगामी आने वाला खरीफ फसल योजनाओं का कार्य प्रभावित होगा एवं समय पर किसानों को बीज उपलब्ध करवाना भी मुश्किल होगा। साथी ही प्रखंडों के सभी विकास कार्यों सहित जिला के कार्यालय भी क्षमता अनुरूप कार्य नहीं कर पायेंगे।
हड़ताल में जनसेवक सरोज कुमार सिन्हा, सन्तोषशीला मुर्मू, राजमुनी हांसदा, रेशमा सोरेन, सेवन हेम्ब्रम, प्रीतम तुरी, प्रमंडलीय संयोजक वतन कुमार सहित जिला के सभी जनसेवक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।