हजारीबाग । भारत सरकार और नाबार्ड की महत्वाकांक्षी योजनांतर्गत सभी पैक्सों के कम्प्युटराइजेशन की योजना। “कुप्स इंडिया पोर्टल” पर 90 पैक्सों का डाटा अपलोड किया गया। आईएआरआई गौरियाकरमा के सहयोग से एफ़पीओ कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जिला विकास प्रबन्धक (डीडीएम) नाबार्ड, ने बताया कि भारत सरकार के निर्देशन में नाबार्ड और सहकारिता विभाग के समन्वय में क्रमश: सभी पैक्सों का डिजिताइजेशन करके उन्हे क्रमशः बैंकों की भाँति सीबीएस प्लैटफ़ार्म पर लाने का उद्देश्य रखा गया है। योजना के अंतर्गत प्रथम चरण में उपायुक्त की अध्यक्षता और सहकारिता विभाग की अगवानी में जिला स्तरीय समिति द्वारा 92 पैक्सों का चयन किया गया था। इसी कड़ी में चुने गए 92 पैक्सों का आधारभूत प्रशिक्षण क्रमशः डीडीएम नाबार्ड के द्वारा तीन बैच में आईएआरआई (IARI) गौरियाकरमा और सहकारिता कार्यालय सभा भवन में आयोजित किया गया।
इस योजना का लक्ष्य सभी को पैक्सों को ग्रामीण आधारभू ऋण इकाई के रूप में सहकारी बैंक की कड़ी के रूप में स्थापित करते हुए उन्हे क्रेडिट प्लस अप्रोच में किसानों के लिए प्रथम सुविधादाता के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गयी है। इस वर्ष पूरे प्रदेश से 1500 और जिले से 92 पैक्सों को लाइव करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए युद्ध स्तर पर पैक्सों का डाटा “कुप्स इंडिया पोर्टल” पर डालकर उनका अप्रूवल किया जा रहा है।
योजना के अंतर्गत डिजिताइजेशन के पायलट प्रयोग के लिए जिले से पद्मा प्रखण्ड के सुरजपुरा पैक्स सहित पूरे राज्य से 5 पैक्सों को चुना गया है।