[ad_1]
स्वप्न शास्त्र. भारतीय ज्योतिष शास्त्र में स्वप्न शास्त्र भी एक ऐसी विधा है जिसके माध्यम से भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में कुछ संकेत दिए जाते हैं। भारतीय ज्योतिष शास्त्र में जहां काल सर्प दोष को अशुभ माना जाता है वहीं स्वप्न शास्त्र में कहा गया है कि अगर सपने में मृत लोग दिखाई देने लगें तो भी यह काल सर्प दोष हो सकता है और इसके लिए विशेष उपाय करना बहुत जरूरी है। पंडित प्रभु दयाल दीक्षित के अनुसार यदि कुंडली में कालसर्प दोष हो तो व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभावित होता है। काल सर्प दोष से छुटकारा पाने के लिए विधि-विधान से पूजा करना बहुत जरूरी है।
ये भी पढ़ें
ये हैं कालसर्प दोष के लक्षण
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष है तो सपने मरे हुए लोग बार-बार सामने आते हैं. कुछ लोगों को सपने में ऐसा महसूस होता है कि कोई उनका गला कसकर दबा रहा है। ऐसे लोग जीवन में काफी अकेलापन महसूस करते हैं। नौकरी और बिजनेस में भी लोग बहुत ज्यादा नकारात्मक सोचने लगते हैं और काम में घाटा होने लगता है। कुंडली में काल सर्प दोष ऐसा होने पर सपने में सांप रेंगते हुए भी दिखाई देते हैं और रात में बार-बार नींद खुल जाती है। पीड़ित व्यक्ति को सपने में बार-बार लड़ाई-झगड़े भी दिखाई देते हैं।
कुंडली में कालसर्प दोष कब बनता है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब किसी व्यक्ति की कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच आ जाते हैं तो ऐसी स्थिति में काल सर्प दोष बनता है और व्यक्ति के जीवन में कठिनाइयां आने लगती हैं। कालसर्प दोष निवारण के लिए ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं।
कालसर्प दोष के लिए करें ये उपाय
प्रतिदिन शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। प्रदोष व्रत के दिन शिव मंदिर में रुद्राभिषेक करना चाहिए। कुलदेवता की भी प्रतिदिन पूजा करनी चाहिए। प्रतिदिन 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। प्रतिदिन 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। कालसर्प से पीड़ित व्यक्ति को घर में मोर पंख अवश्य रखना चाहिए।
अस्वीकरण
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गयी है। हमारा उद्देश्य केवल सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सूचना समझकर ही लें। इसके अलावा इसके किसी भी प्रकार के उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की होगी।
ये भी पढ़ें
के द्वारा प्रकाशित किया गया संदीप चौरे
[ad_2]
(यह लेख देश प्रहरी द्वारा संपादित नहीं की गई है यह फ़ीड से प्रकाशित हुई है।)
Source link