पाकुड़ पॉलिटेक्निक के मैदान में पुरे उमंग एवं उत्साह के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। पाकुड़ पॉलिटेक्निक ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि योग के प्राचीन अभ्यास ने हाल के वर्षों में शारीरिक और मानसिक कल्याण को बढ़ावा देने के साधन के रूप में जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर, हमारा कॉलेज परिसर उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा से भर गया क्योंकि छात्र, शिक्षक और कर्मचारी इस समग्र अभ्यास का जश्न मनाने के लिए एक साथ आए थे। पूरा पाकुड़ पॉलिटेक्निक परिवार सुबह 5.30 बजे संस्थान के मैदान में इकट्ठा हुआ। इस आयोजन का उद्देश्य योग के कई लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करना और लोगों को इसे अपने दैनिक जीवन में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करना था।
इस अवसर पर संस्थान के मैदान में अनुभवी योग प्रशिक्षक डॉ. अशोक साहा के नेतृत्व में संस्थान के सभी छात्र, छात्राएं, व्याख्याता एवं अधिकारीयों ने प्रातः 6 बजे योगाभ्यास किया। योग प्रशिक्षक अशोक साहा ने सभी प्रतिभागियों को विभिन्न योग आसनों, प्राणायाम और ध्यान इत्यादि योग के तरीकों से परिचित कराया। इन गतिविधियों ने न केवल शारीरिक फिटनेस में सुधार करने में मदद की बल्कि तनाव को कम करने और मानसिक स्पष्टता को बढ़ावा देने में भी सहायता की।
इस कार्यक्रम में ऑनलाइन भाग लेते हुए संस्थान के निदेशक अभिजीत कुमार ने कहा कि योग न केवल व्यायाम का एक प्रभावी रूप है बल्कि मन और शरीर की एकता का प्रतीक भी है।
शासी निकाय की सदस्या रेणुका यशस्वी ने कहा कि योगाभ्यास से शारीरिक व्याधियों के अलावा मानसिक समयाओं से भी निजात पाई जा सकती है। इस कार्यक्रम में संस्थान के प्रभारी प्राचार्य डॉ. ऋषिकेश गोस्वामी, प्रशासनिक अधिकारी निखिल चंद्र एवं परीक्षा नियंत्रक अमित रंजन ने भी भाग लिया और योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने पर जोर दिया।
योग भारतीय संस्कृति का देन है जो दस हजार सालों से भारत में मनाया जाता रहा है परन्तु अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरूआत 21 जून 2015 से सैकड़ों देशों में तत्कालीन भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रतिवर्ष उक्त दिवस पर हो रहा है। इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का थीम “वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग” है। वसुधैव कुटुंबकम का अर्थ है- धरती ही परिवार है। इस थीम का मतलब धरती पर सभी लोगों के स्वास्थ्य के लिए योग की उपयोगिता से है।