पाकुड़। नगर परिषद पाकुड़ ने “स्वच्छता पखवाड़” एवं “स्वच्छता ही सेवा” के तहत 15 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अनेक उपयोगी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य साफ सफाई जागरूकता अभियान को बढ़ावा देना है और लोगों को स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक करना है।
जन भागीदारी और श्रमदान के साथ स्वच्छता के महत्व की बढ़ावा
इस क्रम में, आज जन भागीदारी के साथ श्रमदान संबंधी कार्यक्रम शहर के विभिन्न वार्डों में किया गया है। विशेष रूप से, वार्ड 16 में स्थित तीन बांग्ला पोखर की सफाई के कार्यक्रम में शहर वासियों ने बड़े पैमाने पर जन भागीदारी का संदर्भ दिया। इस कार्यक्रम में लगभग 500 से अधिक लोगों ने भाग लिया और पूरे तालाब और घाट के आसपास की पूरी सफाई करते हुए अभियान को सफल बनाया। इसके अलावा, लोगों ने स्वच्छता के प्रति संदेश को बढ़ावा दिया और लोगों को जागरूक भी किया।
नगर परिषद के कर्मी और पदाधिकारी की भागीदारी
इस कार्यक्रम में आम जनों के अतिरिक्त नगर परिषद के कार्यालय के सभी सफाई मित्र, कर्मी, और पदाधिकारी भी भाग लिए। इसमें प्रशासक राजकमल दुबे, नगर प्रबंधक मृत्युंजय पांडे, सुपरवाइजर कंचन, गुड्डू, मनीष, शुभम, संजय, योगिंदर, मधु, एवं स्थानीय स्वयं सहायता समूह (SHG) की दीदीयों ने भी भाग लिया। इसके अलावा, बैंकों के कर्मचारी और समाजसेवी भी इस अभियान के सफलता में योगदान किया।
इस अभियान में नगर परिषद के सभी एजेंसियां, जैसे कि आकांक्षा, सुलभ, और एसपीएस, भी अपने कर्मी और सुपरवाइजर के साथ सहयोग किया है।
सफाई के दिशानिर्देश और जागरूकता
यह स्वच्छता पखवाड़ एवं स्वच्छता ही सेवा के माध्यम से नगर के लोगों को सफाई के महत्व की ओर आकर्षित करने का एक सशक्त प्रयास है। इसके माध्यम से लोगों को साफ, स्वस्थ, और हरित जीवन जीने के महत्व के प्रति जागरूक किया जा रहा है, और वे अपने शहर के सफाई को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय भागीदार बन रहे हैं।
स्वच्छ और हरित भारत की ओर
नगर परिषद पाकुड़ के इस पहल में स्वच्छता के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ाने और एक स्वच्छ और हरित भारत की दिशा में कदम बढ़ाने का संकल्प है। सफाई के माध्यम से एक स्वस्थ और साफ शहर की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया जा रहा है, जिससे नगर के लोग और भी स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकें।
नगर परिषद पाकुड़ के स्वच्छता पखवाड़ और स्वच्छता ही सेवा के तहत किए जा रहे कार्यक्रम ने लोगों को स्वच्छता के महत्व को समझाने और अपने शहर को साफ-सुथरा बनाने के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया है। इस योजना के माध्यम से, वे स्वच्छता के बढ़ते महत्व को समझते हैं और इसे अपने दैनिक जीवन में अंश बना रहे हैं, ताकि हम सभी एक स्वच्छ, हरित, और स्वस्थ भारत का सपना पूरा कर सकें।