पाकुड़। भारत में स्वच्छता के महत्व को बढ़ावा देने और एक स्वच्छ भारत की ओर कदम बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “स्वच्छ भारत मिशन” की शुरुआत की थी। इस मिशन के तहत हर वर्ग के लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया है कि स्वच्छता हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है और हमें इसे अपनाना चाहिए। स्वच्छता ही सेवा अभियान भी इसी दिशा में एक कदम है, जिसमें लोगों को स्वच्छता के महत्व को समझाने के साथ-साथ अपने आस-पास के क्षेत्र को स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
के० के० एम० कॉलेज पाकुड़ और महिला महाविद्यालय पाकुड़ ने एक साथ मिलकर स्वच्छता ही सेवा अभियान का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत, कॉलेज के प्रांगण की सफाई और कॉलेज के आस-पास के क्षेत्रों में पौधा रोपण की गई है। यह अभियान स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के साथ-साथ, आपसी सहयोग और योगदान का माध्यम भी है, जिससे स्थानीय समुदाय के सदस्य अपने शहर को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए एकजुट होते हैं।
कॉलेज के प्रांगण की सफाई: एक स्वच्छता की पहल
के० के० एम० कॉलेज पाकुड़ के मिडिया प्रभारी सह प्रधान सहायक नीरज कुमार ने बताया की के० के० एम० कॉलेज पाकुड़ और महिला महाविद्यालय पाकुड़ के प्राध्यापक, कर्मचारी, और छात्र/ छात्राएं मिलकर एक स्वच्छता मिशन के रूप में कॉलेज के प्रांगण की सफाई करने में सक्रिय भूमिका निभाई। इस कार्य में एन. एस. एस. कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ० नीलम कुमारी, कार्यक्रम पदाधिकारी महबूब आलम, और पूर्व एन. एस. एस. कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ० सुशीला हांसदा, डॉ० मनोहर कुमार, डॉ० अमित कुमार झा, इंद्रनील सरकार, अमरूल इस्लाम, अचिंतो चौबे तथा सभी शिक्षक, कर्मचारी तथा छात्र/ छात्राओं ने श्रमदान कर श्रमदान कर स्वच्छता अपनाने तथा स्वच्छ पाकुड़, स्वस्थ पाकुड़ का संकल्प लिया।
स्वच्छता अभियान के तहत, कॉलेज के प्रांगण की सफाई के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गईं, जिनमें महाविद्यालय के स्टाफ, छात्र, और अन्य कर्मचारी शामिल हुए। इन टीमों ने कॉलेज के प्रांगण की सफाई के लिए मिलकर कई घंटों तक कठिन परिश्रम किया। सड़कों, पार्किंग एवं आस-पास के क्षेत्रों को स्वच्छ बनाने के लिए कॉलेज की प्रांगण की सफाई करते हुए एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है।
पौधा रोपण का महत्व: प्रकृति के साथ मिलकर
स्वच्छता अभियान के अंतर्गत, कॉलेज के प्रांगण की सफाई के साथ-साथ पौधा रोपण का भी आयोजन किया गया। पौधों के रोपण का यह महत्वपूर्ण कदम न केवल वनस्पतियों की बढ़ती संख्या के लिए है, बल्कि इससे प्रकृति को भी हो रहे हानिकारक प्रभावों से बचाने में मदद मिलती है। यह प्रयास बच्चों को प्राकृतिक संसाधनों के महत्व को समझाने में भी मदद करता है और उन्हें प्रकृति के साथ जीवन बिताने के महत्व को समझाता है।
स्वच्छता की महत्वपूर्ण भूमिका: शिक्षा के माध्यम से जागरूकता
स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत, यह महत्वपूर्ण संदेश भी दिया जा रहा है कि स्वच्छता की महत्वपूर्ण भूमिका है शिक्षा की प्रक्रिया में। शिक्षा के माध्यम से लोगों को यह जागरूकता दिलाई जा रही है कि स्वच्छता न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समुदाय और समाज के लिए भी महत्वपूर्ण है। स्वच्छता की महत्वपूर्ण भूमिका को समझाने के लिए सभी शिक्षक, कर्मचारी, और छात्र/ छात्राएं अपने भूमिका को निभा रहे हैं और स्वच्छता के महत्व को स्वीकार कर रहे हैं।
स्वच्छ पाकुड़, स्वस्थ पाकुड़
स्वच्छता ही सेवा अभियान का आयोजन करने के बाद, के० के० एम० कॉलेज पाकुड़ और महिला महाविद्यालय पाकुड़ के सभी सदस्यों ने एक साथ मिलकर शपथ ली है कि वे अपने महाविद्यालय से लेकर अपने शहर और देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे। इसके लिए आगामी दिनों में और भी कई योजनाएं हैं, जिनमें विद्यालय के सदस्य समुदाय के साथ मिलकर स्वच्छता की ओर एक कदम बढ़ाएंगे।
महाविद्यालय के प्रभारी प्रचार डॉ० शिव प्रसाद लोहरा ने सभी को शुभकामनाएं दी और उन्होंने यह बताया कि स्वच्छता ही सेवा अभियान ने उनके छात्रों को सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति जागरूक किया है। वे समझते हैं कि स्वच्छता न केवल एक शब्द है, बल्कि यह एक जीवनशैली है और हमें इसे अपनाना चाहिए। स्वच्छता की ओर एक कदम बढ़ाने का यह प्रयास स्वच्छ पाकुड़ और स्वस्थ पाकुड़ के सपने को हकीकत बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
के० के० एम० कॉलेज पाकुड़ और महिला महाविद्यालय पाकुड़ के छात्र, शिक्षक, और कर्मचारी ने एक साथ मिलकर स्वच्छता ही सेवा अभियान का आयोजन करके एक उदाहरण प्रस्तुत किया है कि स्वच्छता को स्वीकार करना हम सभी की जिम्मेदारी है और हम सभी मिलकर इसे अपना सकते हैं। इस प्रकार, हम सभी एक स्वच्छ और स्वस्थ भारत की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं और हमारे समुदाय को और भी बेहतर बना सकते हैं।