Monday, November 25, 2024
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निःशुल्क कानूनी सहायता: जागरूकता सह आउटरीच कार्यक्रम की एक महत्वपूर्ण पहल

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पाकुड़। नालसा नई दिल्ली एवं झालसा रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के तत्वाधान में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ बाल कृष्ण तिवारी के निर्देश पर डालसा सचिव शिल्पा मुर्मू के मार्गदर्शन में जागरूकता सह आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जिले के गांवों में विधिक जानकारी और सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याण योजनाओं की जानकारी देना और लोगों को इससे जोड़ना है। इसके साथ ही निःशुल्क कानूनी सहायता के बारे में जागरूकता भी बढ़ाई गई है।

जागरूकता का महत्व

जागरूकता सह आउटरीच कार्यक्रम के तहत लगभग 2500 लोगों को जागरूक किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत बच्चे, महिलाएं, दिव्यांग, अनूसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, या योग्य व्यक्तियों को सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याण योजनाओं के विषय में विस्तृत जानकारी दी जा रही है। इससे समाज के अंतिम व्यक्ति भी योजनाओं के लाभ से जुड़ सकते हैं। इसके साथ ही, लोग निःशुल्क कानूनी सहायता का भी लाभ उठा सकते हैं जो कि विधिक सेवाओं के रूप में जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा प्रदान की जाती हैं।

पीड़ितों के लिए मदद

जागरूकता सह आउटरीच कार्यक्रम के तहत पीड़ित मुआवजा के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई है। यह कार्यक्रम पीड़ितों को उनके अधिकारों के बारे में समझाने और उन्हें उनके खोये गए हक को पुनः प्राप्त करने में मदद करने के लिए है। इसके साथ ही, मानव तस्करी, बाल श्रम, पॉक्सो अधिनियम, बाल विवाह जैसे कुप्रथाओं के खिलाफ भी जागरूकता अभियान चलाया गया है। इससे ऐसी कुप्रथाओं का विरोध किया जा रहा है जो हमारे समाज में आज भी अस्तित्व में हैं और समाज को नुकसान पहुंचा रही हैं।

गांवों में जागरूकता का आयोजन

जागरूकता कार्यक्रम पाकुड़ प्रखंड के चांदपुर, रघुनंदनपूर, जयकिस्तोपुर, पृथ्वीनगर के सभी गांव बरमसिया, सितेश नगर, गंगारामपुर, चांचकी अंजना, काबिलपुर समेत अन्य गांवों में लगभग 2500 लोगों को जागरूक की गई। रघुनंदनपुर उर्फ चांचकी पंचायत में प्रभात फेरी निकाली गई।

आज, 100 दिनों के विशेष जागरूकता सह आउटरीच अभियान के तहत कई पंचायतों के गांवों में विधिक जानकारी दी गई है। इस अभियान का मुख्य लक्ष्य गांवों के लोगों को उनके विधिक अधिकारों के बारे में जागरूक करना और समाज में कुप्रथाओं के खिलाफ एक सकारात्मक परिवर्तन लाना है। इस कार्यक्रम के माध्यम से सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ, लोगों को उनके अधिकारों के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है।

साझा प्रयास

मौके पर ज़िला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ पीएलवी सायेम अली, खुदु राजवंशी, याकूब अली, चंद्र शेखर घोष, मैनुल शेख, एवं नीरज कुमार राउत, समेत सबंधित क्षेत्रों के ग्रामीण मौजूद रहे और इस अभियान का साझा हिस्सा बने। उन्होंने गांवों में जाकर लोगों के साथ समय बिताया और उनके सवालों का उत्तर दिया। इससे लोगों के बीच जागरूकता और सहयोग की भावना बढ़ी और विधिक सेवाओं का लाभ पहुंचाने में मदद मिली।

यह जागरूकता एक महत्वपूर्ण पहल है जो सामाजिक न्याय और समाज के सब वर्गों के लोगों के अधिकारों की सुरक्षा को बढ़ावा देने का उद्देश्य रखती है। इसके माध्यम से, सरकार उन लोगों की मदद कर रही है जिन्हें उनके अधिकारों की जानकारी और कानूनी सहायता की आवश्यकता है। इससे समाज में जागरूकता बढ़ती है और सभी वर्गों के लोग अपने अधिकारों का पालन कर सकते हैं, जिससे समाज में न्याय की बढ़ती भावना होती है।

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