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राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रवि कुमार ने गुरुवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए झारखंड में मतदाता सूची के पुनरीक्षण की प्रक्रिया 27 अक्टूबर से शुरू होगी।
विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के सदस्यों, यौनकर्मियों और बेघरों को मतदाता सूची में शामिल करने के लिए 28 नवंबर से एक विशेष अभियान शुरू किया जाएगा।
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कुमार ने कहा कि 28 नवंबर से 3 दिसंबर तक विशेष अभियान के तहत ट्रांसजेंडरों, पीवीटीजी, यौनकर्मियों, 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं, विशेष रूप से विकलांग व्यक्तियों, बेघर लोगों और आश्रय घरों में रहने वाले लोगों के नाम सूची में शामिल किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य में मतदान केंद्रों की कुल संख्या अब 29,521 है, जो पहले 29,464 थी।
अधिकारी ने बताया कि 1.28 करोड़ पुरुष और 1.22 करोड़ महिला मतदाताओं के अलावा 378 तीसरे लिंग के मतदाता हैं।
उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में शामिल होने के लिए एक अग्रिम फॉर्म उपलब्ध कराया गया है, जिसे 1 जनवरी 2024 को 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले 6.59 लाख छात्र भर सकते हैं।
कुमार ने कहा, “मैं जनता से आगे आने और यह सुनिश्चित करने की अपील करता हूं कि कोई भी पात्र नागरिक मतदाता सूची से छूट न जाए।”
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