हाइलाइट्स
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के द्वारा 2 नम्बर को आनलाईन मोड में शहरकोल पहाड़िया टोला मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र का उद्घाटन किया जाएगा।
इसी को लेकर उपायुक्त ने शहरकोल पहाड़िया टोला मॉडल आंगनबाड़ी केंद्रों का किया निरीक्षण, दिए जरूरी दिशा निर्देश।
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पाकुड़। सदर प्रखंड के शहरकोल पहाड़िया टोला के जर्जर आंगनबाड़ी केंद्र को झारखंड आई.ए.एस ऑफिसर वाईफ एसोसिएशन के तहत मॉडल आंगनवाड़ी केन्द्र के रूप में विकसित किया गया है। मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र का ऑनलाइन मोड में उद्घाटन आगामी 2 नवंबर को मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के द्वारा ऑनलाइन मोड में किया जाएगा।
उद्घाटन कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन को लेकर उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने सदर प्रखंड के शहरकोल पहाड़िया टोला पहुंच कर उक्त मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सभी तैयारियों का जायजा लिया, और बचे हुए कार्यों को आज ही पूर्ण करने का निर्देश दिया। इस दौरान उपायुक्त ने सेविका द्वारा बच्चों को दी जाने वाली शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक गतिविधि एवं झारखंड आईएएस ऑफिसर वाईफ एसोसिएशन के द्वारा उपलब्ध कराई गई टीचिंग ऐड खिलौना के साथ-साथ मौजूद उपकरणों यथा लंबाई व वजन नापी मशीन की जानकारी ली। उन्होंने सेविका से बच्चों को प्रतिदिन करायी जा रही, गतिविधियों के अलावा पोषण वाटिका के साथ साथ बच्चों को दी जाने वाली आहार की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र से संबंधित शिकायत प्राप्त हो रही है। इससे प्रतीत हो रहा है कि संबंधित आंगनबाड़ी केन्द्र के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी तथा महिला पर्यवेक्षिका के द्वारा अपने कार्यों में शिथिलता बरती जा रही है। उपायुक्त ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी एवं सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी आँगनबाड़ी केन्द्रो में संबंधित सेविका, सहायिका तथा महिला पर्यवेक्षिका का मोबाईल नम्बर अंकित करते हुए जीपीएस फोटोग्राफ डीएमएफटी के संबंधित कम्प्यूटर ऑपरेटर को एक सप्ताह के अन्दर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिका, सेविका तथा सहायिका का मोबाईल नम्बर प्रातः 08:00 बजे से अपराह्न 01:00 बजे तक निश्चित रूप से खुले रहेंगे। उक्त मोबाईल नम्बर में आमजनों के कॉल आने पर संबंधित पदाधिकारी / कर्मी रिसीव करेंगे तथा प्राप्त शिकायत पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतने पर संबंधित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी तथा महिला पर्यवेक्षिका पर जबावदेही तय करते हुए प्रपत्र- “क” गठित किया जाएगा।
मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अंजू कुमारी समेत अन्य उपस्थित थे।