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अपने बयान में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब भारी बाढ़ आती है तो अपनी जान बचाने के लिए सांप, मेंढक, बंदर सब एक पेड़ पर बैठ जाते हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि नरेंद्र मोदी जी के लोकप्रियता की ऐसी बाढ़ है कि सब एक पेड़ पर बैठने की कोशिश कर रहे हैं।
विपक्षी एकता की बैठक को लेकर राजनीतिक वार-पटवार का दौर जारी है। भाजपा विपक्षी एकता की बैठक पर लगातार सवाल खड़े कर रही है। भाजपा का दावा है कि यह मात्र फोटो सेशन था। भाजपा यह भी कह रही है कि सभी परिवारवादी दल अपने अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले को बचाने के लिए एकजुट हो रहे हैं। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी बयान सामने आया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि जब बाढ़ आती है तो सांप, मेंढक, बंदर सब एक साथ हो जाते हैं और पेड़ पर बैठ जाते हैं। वही स्थिति विपक्षी दलों की है।
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शिवराज ने अपने बयान में क्या कहा
अपने बयान में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब भारी बाढ़ आती है तो अपनी जान बचाने के लिए सांप, मेंढक, बंदर सब एक पेड़ पर बैठ जाते हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि नरेंद्र मोदी जी के लोकप्रियता की ऐसी बाढ़ है कि सब एक पेड़ पर बैठने की कोशिश कर रहे हैं। कितनी बार भी एकता कर लें कुछ नहीं होने वाला। विपक्ष की बैठक पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि 2024 की तस्वीर साफ हो रही है, पीएम मोदी तीसरी बार इस देश के पीएम बनेंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष के बीच मुझे कोई एकता नजर नहीं आ रही है। पटना में एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस थी जिसमें नीतीश जी उठकर जा रहे हैं…जितने लोग वहां नहीं गए उनमें ज्यादा एकता है। मुझे क्यों नहीं लगता कि उनमें कोई एकता होगी?
विपक्षी एकता कभी नहीं होगी
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा पूरी 80 सीटे जीतेगी, विपक्ष यहां पूरी तरह से साफ है। विपक्षी एकता कभी नहीं होगी क्योंकि ये कुर्सी के लिए एकत्रित हुए हैं जबकि भाजपा देश के लिए लड़ रही है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पटना की बैठक विपक्ष के लिए दुर्घटना की तरह हो गई है। विपक्ष के पास नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ कोई भी नेता नहीं है। विपक्षी दलों का एकत्रीकरण सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी के नाम का खौफ है। 2024 में किसी के ऊपर हार का ठीकरा न फूटे इसलिए भी यह लोग साथ आए हैं।
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