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कोलकाता, 12 नवंबर (भाषा) पूरे पश्चिम बंगाल में रविवार को उल्लास, उमंग और उत्साह के साथ काली पूजा मनाई गई और श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पूजा-अर्चना की और श्रद्धालु पंडालों में उमड़ पड़े।
लाखों भक्तों ने राज्य भर के दक्षिणेश्वर, कालीघाट, थंथानिया, तारापीठ और अन्य काली मंदिरों में पूजा-अर्चना की।
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जैसे ही शाम ढली, सामुदायिक पूजा पंडालों में बहुरंगी रोशनी, इमारतों पर परी रोशनी और आसमान में आतिशबाजी ने ‘रोशनी के त्योहार’ का स्वागत किया।
कोलकाता के प्रसिद्ध काली पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिनमें एमहर्स्ट स्ट्रीट सर्बजनिन, नाबा युबक संघ, जानबाजार के अलावा पड़ोसी उत्तर 24 परगना जिले के नैहाटी, बारासात और मध्यमग्राम में भी शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जिन्होंने कई सामुदायिक काली पूजा पंडालों का उद्घाटन किया है, ने अपने एक्स हैंडल पर बंगाली और हिंदी में अलग-अलग संदेशों में काली पूजा और दिवाली के अवसर पर राज्य के लोगों को शुभकामनाएं दीं।
दिवाली के अवसर पर घरों में भी लक्ष्मी पूजा की गई और मिठाइयों का आदान-प्रदान किया गया।
उत्सव के मद्देनजर राज्य भर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एक अधिकारी ने कहा कि कोलकाता में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 5,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। पीटीआई एसयूएस एसीडी
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