पाकुड़। झालसा रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के तत्वाधान में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ बाल कृष्ण तिवारी के निर्देश पर विश्व एड्स दिवस के तहत कार्यक्रम आयोजित कर लोगो को जागरूक किया गया।
इस कार्यक्रम की शुरुवात डालसा सचिव शिल्पा मुर्मू, ज़िला नोडल पदाधिकारी एनसीडी डॉ एहतेशममुद्दीन, डॉ मनीष कुमार समेत स्वास्थ्य अधिकारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर की।
उक्त कार्यक्रम में संबोधित करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के सचिव शिल्पा मुर्मू ने बताया कि आज विश्व एड्स दिवस ये सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में मनाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत रेड रिबन के उद्देश्य का जिक्र करते हुए कहा की आज हमलोग रेड रिबन लगाते है तो इनका उद्देश्य क्या है? जो व्यक्ति एचआईवी एड्स से पीड़ित है, उसे सद्भावना व्यक्त कर उसे एकजुटता दिखा सके उसे समाज से उन्हें अलग नहीं कर सकते। पहले से आज की स्थिति बेहतर है। ह्यूमन राइट के बारे में जानकारी सजा करते हुए कहा गया कि एचआईवी एड्स प्रोटेक्शन के तहत कई अधिकार दी गई है जैसे समानता का अधिकार, रोजगार का अधिकार शिक्षा का अधिकार, गोपनीयता का अधिकार है। इस अधिकार के तहत् विस्तृत रूप से जानकारी साझा करते हुए कहा कि पीड़ित व्यक्ति को कोई स्वस्थ व्यक्ति समाज से अलग नहीं कर सकता, कोई भेदभाव नहीं कर सकते, साथ ही अगर कोई सरकारी जॉब या प्राइवेट जॉब करता हो तो उसे वंचित नहीं कर सकता यह हटाया नहीं जा सकता। 18 साल के बच्चे पीड़ित है और उसके माता-पिता को पता चलता है कि वह पीड़ित है तो उसे घर से नहीं निकाला जा सकता। किसी भी छात्र छात्राओं को यदि वो पीड़ित हैं तो उसे शिक्षण संस्थानों से नहीं निकाला जा सकता। ऐसे करने पर कानूनी अपराध के तहत सजा हो सकती है, अथवा भारी जुर्माना लग सकता है। ऐसे तमाम कानूनी जानकारी दी गई।
ज़िला नोडल पदाधिकारी डॉ एहतेशामुद्दीन ने एचआईवी एड्स से संबंधित इसके रोकथाम और बचाव, थीम समेत कई महत्वपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक दी।
वहीं डॉ मनीष कुमार ने एचआईवी एड्स से बचाव और कैसे नियंत्रण किया जाए समेत कई महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
मौके पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मी, पीएलवी कमला राय गांगुली, पिंकी मंडल, उत्पल मंडल नीरज कुमार राउत, समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।