पाकुड़। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के जिलाध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह ने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय पाकुड़ की एक शिक्षिका एवं कंप्यूटर ऑपरेटर पर स्थानांतरण के बावजूद संबंधित स्कूल में योगदान नहीं करने का आरोप लगाया है। जिलाध्यक्ष ने कहा है कि डीईओ कार्यालय से बार- बार आदेश जारी करने के बाद भी शिक्षिका योगदान नहीं कर रही है। अगर स्थानांतरण किए गए स्कूल में योगदान नहीं करती है, तो इसकी दूर- दूर तक शिकायत की जाएगी।
उन्होंने कहा कि शिक्षिका, विभाग के अधिकारियों के आदेश की अवहेलना कर रही है। जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा 24 घंटे में योगदान करने के आदेश के बाद भी शिक्षिका एवं कंप्यूटर ऑपरेटर स्कूल नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि एक शिक्षिका जिन्हें हिंदी ठीक से नहीं आती है और हिंदी विषय की टीचर बनकर 8-10 साल से जमी हुई है। कस्तूरबा की छात्राओं को डरा कर रखती है। पदाधिकारियों के जांच में पहुंचने पर छात्रावास में रहकर पढ़ने वाली छात्राएं डर से शिकायत भी नहीं कर पाती है।
जिलाध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह ने गरीब, दलित, मजदूर, आदिवासी, कमजोर वर्ग के छात्राओं के भोजन की हकमारी का भी आरोप लगाया है।
इधर संबंधित शिक्षिका से संपर्क नहीं हो पाने की वजह से उनका पक्ष नहीं रखा जा सका। कस्तूरबा की वार्डन से भी बात नहीं हो पाई। जिलाध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह का शिक्षिका और कंप्यूटर ऑपरेटर पर व्यक्तिगत आरोप है।