पाकुड़। श्री सत्य साई सेवा समिति हिरणपुर द्वारा कपकपाती ठंड को देखते हुए समिति द्वारा एक हार्दिक पहल करते हुए 35 जरूरत मंदो को चयनित कर कंबल वितरण किया गया। साथ ही एक मुफ्त चिकित्सा शिविर का आयोजन किया, जिसमें ग्रामीण इलाकों से मोहनपुर, सोलहगड़िया हिरणपुर, कारियोडीह, हथकथी, जबरदहा, मोहनपुर, बाबुपुर, तारापुर से 135 रोगियों को निशुल्क दवा जांच कर दिया गया।
कंबल वितरण कार्यक्रम, जिसका उद्देश्य कड़कड़ाती ठंड से होने वाली पीड़ा को कम करना था, सेवा समिति के सदस्यों द्वारा बड़े उत्साह के साथ किया गया। समुदाय में सबसे कमजोर लोगों के रूप में पहचाने गए चयनित प्राप्तकर्ताओं को कठोर सर्दियों की परिस्थितियों से बचाने के लिए कंबल भेंट किए गए।
इसके अलावा, सेवा समिति ने एक मुफ्त चिकित्सा शिविर का आयोजन किया, जिसने मोहनपुर, सोलहगड़िया हिरणपुर, कारियोडीह, हथकथी, जबरदहा, मोहनपुर, बाबुपुर, तारापुर सहित कई गांवों के निवासियों को अपनी सेवाएं प्रदान कीं। चिकित्सकों के सहयोग से आयोजित शिविर का उद्देश्य उन लोगों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना है जिनके पास चिकित्सा सुविधाओं तक आसान पहुँच नहीं है।
चिकित्सा शिविर एवं कंबल वितरण कार्यक्रम में स्टेट बैंक हिरणपुर के बैंक मैनेजर गयाणेश कुमार, श्री सत्य साई भजन मंडली के कन्वीनर डॉक्टर बृंदावन साहा, डॉ सुशील पंडित, एवं डॉ देवकांत ठाकुर, (राज्य स्तरीय मेडिकल एवं एसआरपी इंचार्ज, श्री सत्य साई सेवा संगठन झारखंड) ने भाग किया। साथ ही उपस्थित डोक्टरों द्वारा रोगियों को जांच कर दवा दिया गया।
शिविर की सफलता और कंबल वितरण कार्यक्रम में रूपचंद मेहरा, अरविंद साहा, सागर साह, संजय कुमार, दीपक कुमार, मिलन कुमार जैसे व्यक्तियों के समर्पित प्रयासों को दिया जा सकता है, जिन्होंने इस नेक कार्य को साकार करने में सक्रिय योगदान दिया। उनकी प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत ने यह सुनिश्चित किया कि पहल अपने इच्छित लाभार्थियों तक पहुंचे, जिससे जरूरतमंद लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा।
हिरणपुर में श्री सत्य साईं सेवा समिति का प्रयास सामूहिक पहल और मानवीय संवेदना की परिवर्तनकारी शक्ति का उदाहरण देते हैं। कंबल वितरण के माध्यम से वंचितों की तत्काल जरूरतों को संबोधित करके और एक मुफ्त चिकित्सा शिविर के माध्यम से आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करके, संगठन ने निस्संदेह समुदाय के सदस्यों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। इस तरह की पहल उस गहरे अंतर की याद दिलाती है जो तब लाया जा सकता है जब व्यक्ति जरूरतमंद लोगों के उत्थान के लिए साझा प्रतिबद्धता के साथ एक साथ आते हैं।