पाकुड़। समाहरणालय स्थित सभागार कक्ष में उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े जिले में संचालित सम्पूर्ण कार्यों की गहन समीक्षा की गई। इनमें स्वास्थ्य विभाग अन्तर्गत कालाजार, फाइलेरिया एवं यक्ष्मा समेत अन्य कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा करते हुए उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने सिविल सर्जन समेत प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आपस में बेहतर समन्वय बनाकर आमजनों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
बैठक में पीसीआई से मोहम्मद अनीस एवं प्रभारी वीबीडी सलहकार राजू अग्रवाल के द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम एमडीए की पूरी जानकारी एवं तैयारी से संबंधित पीपीटी के माध्यम से जानकारी दी गई। यह कार्यक्रम 10 फरवरी से 25 फरवरी तक होना सुनिश्चित है जिसमें 10 को बूथ कार्यक्रम एवं 11 से 25 तक घर-घर कार्यक्रम किया जाएगा। इसमें फाइलेरिया से बचाव के लिए अल्बेंडाजोल एवं DEC दवा का सेवन कराया जाना है इसमें दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाएं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर सभी लक्षित जनसंख्या को दवा का सेवन कराया जाना है। दवा के सेवन के बाद जिसमें भी फाइलेरिया के परजीवी मौजूद होंगे उनको उल्टी चक्कर आना बुखार होना तथा सर दर्द बदन दर्द के लक्षण हो सकते हैं। यह एक या दो प्रतिशत ही दिखता है जिसमें फाइलेरिया के परजीवी मौजूद होने का पहचान है। यह स्वतः 24 घंटे के अंदर ठीक हो जाएगा। साथ ही इससे निपटने के लिए जिला एवं प्रखंड स्तर पर आरआरटी का गठन किया गया है।
इस बार पाकुड़ की जनसंख्या 11,05,670 है जिसमें लक्षित आबादी फाइलेरिया कार्यक्रम के लिए 9,72,989 है जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने 1265 लगभग 2560 लगभग टीम का गठन किया है। यह दवा सहिया, सेविका एवं VT के द्वारा उनके सामने खिलाई जानी है। यह दवा खाली पेट नहीं खानी है इस कार्यक्रम के लिए जिला, प्रखंड एवं क्लस्टर स्तर पर मॉनिटरिंग के लिए सुपरवाइजर तैयार किए गए हैं। दवा खिलाने वाले कर्मी का प्रशिक्षण प्रखंड स्तर पर जनवरी माह के अंतिम सप्ताह तक में करवाने के लिए जानकारी दी गई है।
इसको लेकर उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल के द्वारा सभी विभाग को निर्देश दिया गया कि सभी अपने विभाग के कर्मचारियों को दवा खिलाना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही लोगों को अपने माध्यम से जागरूक करेंगे। साथ ही जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि जितनी जल्दी हो सके एमडीए कार्यक्रम से संबंधित परिवार सर्वेक्षण रजिस्टर सेविका के पास से मंगवा कर सीएससी कार्यालय में जमा करवाना सुनिश्चित करेंगे।
वहीं कालाजार के समीक्षा के क्रम में बताया गया कि पाकुड़ जिले में वर्ष 2023 में कुल 64 VL रोगी प्रतिवेदित हुए हैं। वर्तमान में कालाजार रोगी का खोज अभियान जारी है या वर्ष में 6 बार एवं स्पेशल रूप से भी खोज किया जाता है। पीसीआई के द्वारा मड प्लास्टरिंग, पंचायत दिवस एवं रात्रि चौपाल से संबंधित जानकारी दी गई।
रात्रि चौपाल के फायदे को देखते हुए उपायुक्त महोदय के द्वारा आने वाले सभी कालाजार प्रभावित गांवों में रात्रि चौपाल करवाने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया गया। साथ ही कालाजार प्रभावित गांवों में जेएसएलपीएस के द्वारा मिट्टी के घरों में पड़ी दीवारों को स्वयं सहायता सहायता समूह को जागरुक करते हुए दरारों में मिट्टी की दरारों को करने से संबंधित जिम्मेदारी दी गई।
यक्ष्मा के समीक्षा के क्रम में उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, पाकुड़ को निर्देश दिया कि अनुमानित यक्ष्मा, जांच एवं नोटिफिकेशन का डाटा शत प्रतिशत ऑनलाइन करने को कहा। साथ ही जिस प्रखंड का डाटा शत प्रतिशत से कम है, वैसे प्रखंडों को शत प्रतिशत डाटा आंनलाईन करने का निर्देश दिया गया।
बैठक में सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल, जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनी देवी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ चंदन, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अंजू कुमारी, राज्य कालाजार सलाहकार डॉ अंजुम इकबाल, डीएस डॉ मनीष कुमार सिन्हा, जिला आरसीएचओ पदाधिकारी डॉ एस.के झा, जिला मलेरिया पदाधिकारी कौशल कुमार सिंह, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ० एहतेशाम, एसएमपीओ पवन कुमार, सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, पीसीआई डीएमसी अमित अग्रवाल समेत अन्य उपस्थित थे।