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गोविंद कुमार/गोपालगंज. चेन्नै से गोपालगंज आए डीएसपी के नेतृत्व में साइबर अपराधियों के 7 ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी की गई. चेन्नई और गोपालगंज पुलिस की साझा कार्रवाई में 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि अन्य साइबर अपराधी घर छोड़कर फरार हो गए. पुलिस की इस कार्रवाई से साइबर अपराधियों में हड़कंप मच गया है. बता दें कि करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन के मामले में चेन्नई से साइबर सेल की टीम गोपालगंज पहुंची है.
9.50 करोड़ रुपए के साइबर फ्रॉड के मामले में चेन्नै की साइबर सेल ये छापेमारी कर रही है. गिरफ्तार साइबर आरोपियों की पहचान मीरगंज थाना क्षेत्र के राजापुर नरैनिया गांव के रहनेवाले सैफ खान के बेटे एकरार खान और श्रीपुर ओपी के चौबे परसा के रहनेवाले राज राय सिंह के बेटे संजय सिंह के रूप में की गई है. गिरफ्तार दोनों आरोपियों को चेन्नई की पुलिस टीम न्यायालय में पेश करेगी, उसके बाद ट्रांजिट रिमांड पर लेकर चेन्नई जाएगी. वहीं, अन्य साइबर आरोपियों की तलाश में चेन्नई और गोपालगंज पुलिस छापेमारी कर रही है. एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि साइबर सेल की टीम स्थानीय पुलिस के साथ साइबर क्राइम से जुड़े मामले में संयुक्त छापेमारी कर रही है.
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दो खातों में आए 17.50 लाख
चेन्नई पुलिस के डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार सैफ खान के खाते में चेन्नई से 10 लाख रुपए भेजे गए थे. मामले में खाता को फ्रीज कर दिया गया है और अभियुक्त को गिरफ्तार कर पैसा भेजने वाले की पहचान कर ली गई है. साइबर क्राइम में सैफ के साथ कौन-कौन लोग जुड़े हैं, इसकी जांच चेन्नई पुलिस कर रही है. चेन्नई पुलिस ने बताया कि श्रीपुर ओपी के चौबे परसा के रहनेवाले राज राय सिंह के खाते में साइबर फ्राड करके 7.50 लाख रुपए भेजे गए थे. पुलिस की जांच में राज राय सिंह रडार पर आया, उसके बाद उसकी गिरफ्तारी कर ली गई.
कॉल डिटेल के आधार पर छापेमारी
गिरफ्तार साइबर आरोपियों की कॉल डिटेल निकालकर पुलिस अन्य साइबर अपराधियों की तलाश में छापेमारी कर रही है. साइबर सेल की जांच में आया कि ये सभी अपराधी ऑनलाइन ऐप के जरिए बातचीत किया करते थे. पुलिस कॉल डिटेल खंगाल न सके, इसलिए ऑनलाइन नेट कॉलिंग के जरिए ये आरोपी एक-दूसरे से बातचीत करते थे. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से मोबाइल समेत कई आपत्तिजनक सामान बरामद किए हैं, जिसके जरिए कई साबूत मिलने की संभावना है.
कमीशन पर देते है बैंक अकाउंट
साइबर सेल की जांच में सामने आया है कि कुछ ऐसे भी खाताधारक हैं, जो कमीशन लेकर अपने बैंक अकाउंट किराये पर दे देते हैं. पुलिस सूत्रों की मानें, तो खाताधारक को प्रति लाख पांच हजार रुपए कमीशन मिलते हैं. साइबर फ्राड के जरिए जिनके खाते में पैसा भेजा जाता है, उनसे 95 फीसदी पैसा ले लिया जाता है, जबकि 5 फीसदी छोड़ दिया जाता है. ऐसे कई युवा हैं, जो साइबर अपराधियों के झांसे में आकर जुड़े हैं. साइबर अपराधियों का नेटवर्क दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बंगाल समेत कई राज्यों से जुड़ा है. अमूमन हर महीने साइबर सेल की टीम गोपालगंज में छापेमारी करने पहुंचती है. पुलिस की मानें तो मांझा थाने के पथरा, मीरगंज, भोरे समेत कई ऐसे इलाके हैं, जहां साइबर अपराधियों की तलाश में साइबर सेल की टीम आये दिन छापेमारी करती है.
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Tags: Crime News, Cyber Fraud, Gopalganj news, Local18
FIRST PUBLISHED : June 25, 2023, 11:55 IST
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