पाकुड़। वन परिसर पदाधिकारी, बबलु कुमार देहरी द्वारा लगातार गश्ती के क्रम में आज अहले सुबह चोड़गों सुरक्षित वन पहुँचने पर पाया की जंगल में कुछ अज्ञात लोगो के द्वारा लकड़ियों को एकत्रित कर भोजना पकाया जा रहा है। ये भोजन जंगल में लड़की काटने वाले लोग पका रहे थे। गश्ती दल को देखते ही लकड़ी की कटाई कर रहे लोग भागने लगे।
इस क्रम में खाना बनाने वाली सामग्री हड़ीया, ढेकची तथा पेड़ काटने के हथियार आरी – पत्ती को ईधर ऊधर फेकते हुए भागने लगे। गश्ती दल द्वारा उनका पीछा किया गया, परन्तु सभी लोग भागने में सफल रहे। भागने के क्रम में ही इस घटना के मुख्य शतिर वन अपराधी (I) निमाई पंडित, पिता स्व० टिकेन पंडित (II) राजकुमार पंडित, पिता- गुणा पंडित, दोनो का सा०- बोहड़ा, थाना – अमड़ापाड़ा, पाकुड़ के रूप में पहचान किया गया।
उक्त सभी लकड़ी को अवैध मानते हुए भारतीय वन अधिनियम 1927 (बिहार संशोधन अधिनियम 9 / 1990) की धारा – 33, 41, 42, 52, सह पठित झारखण्ड काष्ठ तथा अन्य वनोपज के अभिवहन का विनियमन की नियमावली 2020 की धारा-18 के उलंघन करने के जुर्म में धारा 52, के अंतर्गत जब्ती की कार्रवाई की गई है।
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उक्त जब्त 20 पीस ताजा कटा सखुआ बोटा को सुरक्षार्थ हेतु वन क्षेत्र परिसर, लिट्टीपाड़ा में लाने की प्रकिया जारी है। वन परिसर पदाधिकारी, बबलु कुमार देहरी ने बताया की पाकुड़ में जिस तरह से पुष्पा राज- 02 का खेल इन वन माफिआवों के द्वारा खेला जा रहा है। इनको शीघ्र ही दबोच लिया जायेगा। इनके विरूद्ध लगातार छापामारी जारी है। ऐसे शातिर अपराधियों को तुरन्त गिरप्तार कर जेल भेजने के लिए मैने कमर कस ली है।
गश्ती दल की कमान मुख्य रूप बबलु कुमार देहरी, वन परिसर पदाधिकारी, पाकुड़ ने संभाल रखा है। गश्ती दल में सुनील कुमार साहा, अनुपम कुमार यादव, स्टीफन हेम्ब्रम, वनरक्षी, के साथ गृहरक्षक जवान करण यादव, भोला कु० दास, मीठू अंसारी, पिन्टु घोष, एवं वनकर्मी संजीव कर्मकार, दिनेश मुर्मू, तौसीफ अंसारी सहित अन्य वनकर्मी शामिल थे।