पाकुड़। झालसा रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के तत्वाधान में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ शेष नाथ सिंह के निर्देश पर सचिव अजय कुमार गुड़िया के मार्गदर्शन में पाकुड़ सदर के नरोत्तमपुर पंचायत समेत गोपालपुर में विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर बच्चों के संरक्षण एवं संवर्धन के अधिकार पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
उक्त कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए पीएलवी कमला राय गांगुली ने इसका महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बाल मजदूरी बच्चों से स्कूल जाने का अधिकार छीन लेती है और वे पीढ़ी दर पीढ़ी गरीबी के चक्रव्यूह से बाहर नहीं निकल पाते हैं। बाल मजदूरी शिक्षा में बहुत बड़ी रुकावट है, बच्चों की सुरक्षा, उनके स्वास्थय एवं उनकी शिक्षा का अधिकार जो मिलना चाहिए उससे वो वंचित हो जाते है।
वही पीएलवी अमूल्य रत्न रविदास ने कहा कि बाल श्रम प्रथा बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास में बाधा है क्योंकि यह उन्हें उनके जीवन के सबसे महत्वपूर्ण चरण – उनके बचपन से वंचित कर देती है।
पीएलवी याकूब अली ने इसके उद्देश्य पर बताया कि बच्चे के व्यक्तित्व, योग्यता व मानसिक एवं शारीरिक क्षमताओं का सम्पूर्ण विकास है। इसके लिए उनके अधिकार का संरक्षण करना हम सब की जिम्मेवारी है। साथ ही पीएलवी चंद्र शेखर घोष एवम् सायेम अली ने बाल विवाह, बाल मजदूरी के दुष्प्रभाव के बारे में विस्तृत जानकारी समेत जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ से मिलने वाली मुफ्त कानूनी सहायता के बारे जागरुक करते हुए जागरुक पर्ची ग्रामीणों को दी। वही चंदन रविदास ने अमाडापाड़ा संथाली पंचायत में की जागरूक।
मौके पर पीएलवी कमला राय गांगुली, सायेम अली, चंद्र शेखर घोष, चंदन रविदास, याकूब अली , अमूल्य रत्न रविदास समेत ग्रामीण उपस्थित रहे।