पाकुड़। हिरणपुर प्रखंड के हाथीगढ़ में खदान क्रेशर मालिक द्वारा आदिवासियों पर अत्याचार और धमकी देने का मामला सामने आया है। इस क्षेत्र में अवैध खनन के विरोध में आवाज उठाने वाले आदिवासियों को धमकियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ रहा है।
खदान क्रेशर मालिक आदिवासियों पर अपनी धौंस जमा रहे हैं। आदिवासी संगठन के सदस्यों ने इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को आग्रह की उनकी जमीन की रक्षा की जाए और अवैध खनन रोकने की गुहार लगाई है। आदिवासी युवाओं ने कहा, “हमारी जमीन पर जबरदस्ती कब्जा किया जा रहा है और हमें धमकाया जा रहा है। अवैध खनन के खिलाफ आवाज उठाने पर हमारी जान को खतरा है।”
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, आदिवासी संगठन ने पूर्व मुख्यमंत्री से मांग की है कि उनकी जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाए। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि अवैध खनन के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच की जाएगी और अवैध खनन को तुरंत रोका जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आदिवासी संगठन को आश्वासन देते हुए कहा, “आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। अवैध खनन की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
इस मौके पर संगठन के कई कार्यकर्ता मौजूद थे, जिनमें बाबुधन टुडू, छोटो हांसदा, राजू मुर्मू, सोम बेसरा, इकरामुल अंसारी, बैजल मरांडी, कोर्नेलियस मरांडी और मंगल हांसदा शामिल थे।