पाकुड़। झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा) रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के तत्वाधान में शुक्रवार को ओरिएंटेशन सह पीएलवी (पैरा लीगल वालंटियर) प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पीएलवी की कार्यकुशलता को बढ़ाना और उन्हें नवीनतम कानूनी प्रावधानों और अभियानों की जानकारी प्रदान करना था।
आयोजन के प्रमुख अधिकारी
इस महत्वपूर्ण आयोजन की अध्यक्षता प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़, शेष नाथ सिंह ने की, जबकि आयोजन का मार्गदर्शन सचिव अजय कुमार गुड़िया ने किया। इनके नेतृत्व में कार्यक्रम का सफल आयोजन सुनिश्चित हुआ।
लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम की भूमिका
कार्यक्रम में लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के डिप्टी चीफ मो. नुकुमुद्दीन शेख और सहायक मो. अजफर हुसैन विश्वास ने पीएलवी के कार्य की समीक्षा की। साथ ही, मीडियेटर राजीव कुमार झा ने भी इस समीक्षा में योगदान दिया। इन विशेषज्ञों ने पीएलवी को उनके कार्यक्षेत्र में आने वाली चुनौतियों और उनके समाधान के तरीके पर विस्तृत जानकारी दी।
चाइल्ड विथ डिसाबिलिटी अभियान
45 दिनों तक चलने वाले चाइल्ड विथ डिसाबिलिटी अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से दिव्यांग बच्चों के लिए आवेदन लेने और संबंधित कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी गई। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करना और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करना है। विशेषज्ञों ने इस अभियान के महत्व और इसके सफल क्रियान्वयन के लिए पीएलवी की भूमिका पर जोर दिया।
उपस्थित पीएलवी और उनकी भूमिका
कार्यक्रम में विभिन्न पीएलवी जैसे सीमा साह, कमला राय गांगुली, ज्योति कुमारी, पिंकी मंडल, मोकमाउल शेख, अमूल्य रत्न रविदास, चंदन कुमार रविदास, याकूब अली, मो. सायेम् अली, एजारूल शेख, मैनुल शेख, उत्पल मंडल, खुदू राजवंशी, चंद्र शेखर घोष, और नीरज कुमार राउत उपस्थित थे। इन सभी ने कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी निभाई और अपनी समस्याओं एवं अनुभवों को साझा किया।
प्रशिक्षण के विषय
प्रशिक्षण के दौरान पीएलवी को विभिन्न कानूनी एक्ट्स की जानकारी दी गई। इनमें मुख्यतः बाल अधिकार, महिला अधिकार, श्रमिक अधिकार, और वृद्धजन अधिकार शामिल थे। इसके अलावा, पीएलवी को विभिन्न सरकारी योजनाओं और उनके लाभार्थियों के अधिकारों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण का महत्व
ओरिएंटेशन सह पीएलवी प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य पीएलवी की कार्यक्षमता को बढ़ाना और उन्हें समाज में होने वाले अन्याय और शोषण के खिलाफ जागरूक करना था। इस प्रकार के प्रशिक्षण से पीएलवी को न केवल कानूनी जानकारी मिलती है, बल्कि वे समाज में अपने दायित्वों को अधिक प्रभावी ढंग से निभा पाते हैं।
कार्यक्रम की उपलब्धि
कार्यक्रम का सफल आयोजन इस बात का प्रमाण है कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़, झालसा के निर्देशों का पालन करते हुए सामाजिक न्याय और समानता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। इस प्रकार के प्रशिक्षण से न केवल पीएलवी की कार्यक्षमता बढ़ती है, बल्कि समाज में कानूनी जागरूकता भी फैलती है।
ओरिएंटेशन सह पीएलवी प्रशिक्षण कार्यक्रम ने पीएलवी को उनके कार्य में अधिक सक्षम और जागरूक बनाया। इस प्रकार के आयोजन समाज में न्याय और समानता की भावना को बढ़ावा देते हैं और कानूनी सेवा प्राधिकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। भविष्य में इस प्रकार के और भी कार्यक्रमों की आवश्यकता है ताकि समाज के हर वर्ग को न्याय और कानूनी सहायता मिल सके।