Tuesday, November 26, 2024
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अंगिका समाज द्वारा पाकुड़ में ‘नारायण सेवा’ का आयोजन

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पाकुड़। अंगिका समाज, पाकुड़ ने नित्य काली, कालीवाड़ी मंदिर परिसर में ‘नारायण सेवा’ का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का आयोजन मास के अंतिम शनिवार को खिचड़ी भोग के साथ किया गया, जिसमें प्रदेश उपाध्यक्ष भागीरथ तिवारी, जिलाध्यक्ष डॉ. मनोहर कुमार, और सचिव संजय कुमार शुक्ला के कर कमलों द्वारा प्रसाद वितरण किया गया।

अंगिका समाज, पाकुड़ के निर्णयानुसार, प्रत्येक माह के अंतिम शनिवार को नगर के किसी मंदिर, अनाथालय, या वृद्धाश्रम में नारायण सेवा की जाएगी। इसी निर्णय के तहत आज का आयोजन नित्य काली मंदिर परिसर में किया गया।

इस कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष भागीरथ तिवारी, अध्यक्ष डॉ. मनोहर कुमार, सचिव संजय कुमार शुक्ला, जिला संयोजक रामरंजन कुमार सिंह, अचिन्तो जी, मिथिलेश त्रिवेदी, जवाहर सिंह, पंडित भरत भूषण मिश्र, विष्णु राजवंशी, सोमू साह, विशाल राय, रुबेल, कैलाश जी, सूरज कुमार, रितेश जी, मनीष चौबे, सितेश सिंह, धर्मेन्द्र सिंह सहित दर्जनों भक्तगण उपस्थित थे।

कार्यक्रम की शुरुआत दोपहर 2 बजे हुई। भक्तों की भारी भीड़ ने मंदिर परिसर को भक्ति और श्रद्धा से भर दिया। उपस्थित भक्तगणों ने खिचड़ी भोग का आनंद लिया और समाज के सदस्यों ने मिलकर प्रसाद वितरण किया।

डॉ. मनोहर कुमार ने अपने संबोधन में कहा, “नारायण सेवा का मुख्य उद्देश्य समाज में सेवा भाव को बढ़ावा देना और जरूरतमंदों की सहायता करना है। हमें गर्व है कि अंगिका समाज इस प्रकार के कार्यों के माध्यम से समाज सेवा में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।”

भागीरथ तिवारी ने कहा, “यह हमारे लिए एक महान अवसर है कि हम हर माह के अंतिम शनिवार को इस सेवा को अंजाम दें और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाएं। यह सेवा न केवल हमें आध्यात्मिक संतुष्टि देती है बल्कि हमारे समाज के कमजोर वर्गों के लिए भी लाभकारी है।”

संजय कुमार शुक्ला ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “नारायण सेवा जैसे कार्यक्रम हमारे समाज को एकजुट करते हैं और हमें एक दूसरे की मदद करने की प्रेरणा देते हैं। हम हर महीने इस सेवा को जारी रखेंगे और इसे और अधिक व्यापक बनाएंगे।”

नित्य काली मंदिर परिसर में आज का माहौल अद्वितीय था। भक्ति गीतों और मंत्रोच्चार से मंदिर गूंज रहा था। भक्तों ने खिचड़ी भोग का आनंद लेते हुए भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया।

रामरंजन कुमार सिंह ने भी अपनी बात रखते हुए कहा, “इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल हमारी सांस्कृतिक विरासत को संजोते हैं बल्कि हमें एकजुट होकर समाज सेवा करने का अवसर भी प्रदान करते हैं।”

मिथिलेश त्रिवेदी ने कहा, “अंगिका समाज की यह पहल सराहनीय है। हम सभी को इसमें सहयोग करना चाहिए और इसे सफल बनाने में अपना योगदान देना चाहिए।”

जवाहर सिंह ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा, “यह कार्यक्रम न केवल भक्तों के लिए एक धार्मिक आयोजन है बल्कि समाज में सेवा और सहानुभूति की भावना को भी प्रोत्साहित करता है।”

अंत में, प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया और अंगिका समाज के इस सराहनीय प्रयास की सराहना की।

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