पाकुड़। झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा) के निर्देशानुसार पारिवारिक मामलों से संबंधित विशेष अभियान की शुरुआत आज से की गई। यह अभियान आज से अर्थात 9 सितम्बर से 13 सितंबर तक चलेगा, जिसका मुख्य उद्देश्य पारिवारिक विवादों को सुलझाना और लोगों को न्यायिक समाधान प्रदान करना है। इस अभियान का उद्घाटन पाकुड़ जिला के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डीएलएसए) के अध्यक्ष शेषनाथ सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के सचिव अजय कुमार, मीडिएटर समीर कुमार मिश्रा, अधिवक्तागण, लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के अधिवक्ता, और पैरालीगल वॉलंटियर्स (पीएलवी) उपस्थित थे। कार्यक्रम में न्यायालय से जुड़े कई महत्वपूर्ण लोग भी शामिल हुए, जिन्होंने इस विशेष अभियान के सफल आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।
अभियान के तहत आज एक महत्वपूर्ण पारिवारिक विवाद को सुलझाने में सफलता प्राप्त की गई। O.M केस नं. 165/2024 पार्वती मुर्मू बनाम ईश्वर हांसदा के मामले में पति-पत्नी पिछले चार महीनों से अलग रह रहे थे। मई 2024 से अगस्त 2024 तक अलग रह रहे इस दंपति के बीच रिश्तों में दूरियां बढ़ गई थीं, और मामला न्यायालय तक पहुंच चुका था। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शेषनाथ सिंह के प्रयासों और मीडिएटर समीर कुमार मिश्रा के सहयोग से इस मामले का समाधान आज संभव हो पाया।
इस केस में सुलह-समझौता कराने के लिए दोनों पक्षों के बीच संवाद स्थापित किया गया। मीडिएटर की मध्यस्थता से पति-पत्नी के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई, जिसके परिणामस्वरूप दोनों के बीच आपसी सहमति से मेल-मिलाप हो गया। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शेषनाथ सिंह ने व्यक्तिगत रूप से इस सुलह प्रक्रिया की निगरानी की और अंत में दोनों पति-पत्नी को फूल माला पहनाकर विदाई दी। उन्होंने दंपति को आशीर्वाद दिया कि वे भविष्य में खुशी-खुशी एक साथ जीवन व्यतीत करें।
यह अभियान पारिवारिक मामलों के त्वरित और सुलभ समाधान के लिए आयोजित किया जा रहा है, जिससे परिवारों में आपसी विवाद खत्म हो सकें और वे फिर से एक साथ जीवन शुरू कर सकें। इस विशेष अभियान का उद्देश्य यह है कि परिवारिक विवादों को लंबी कानूनी प्रक्रिया से बाहर निकालकर आपसी सहमति और समझौते के जरिए सुलझाया जा सके, जिससे कोर्ट का समय भी बचे और लोगों को मानसिक शांति मिल सके।
मीडिया से बातचीत में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अजय कुमार ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य पारिवारिक विवादों का समाधान कर परिवारों को एक बार फिर से एकजुट करना है। उन्होंने कहा कि झालसा और डीएलएसए ऐसे अभियानों के जरिए जनता को निशुल्क कानूनी सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मीडिएटर समीर कुमार मिश्रा ने कहा कि इस अभियान में उनका लक्ष्य विवादों को सुलझाने के लिए दोनों पक्षों के बीच संवाद स्थापित करना और उन्हें सहमति पर लाना है। यह अभियान ऐसे परिवारों के लिए वरदान साबित हो रहा है जो आपसी असहमति के कारण अलग हो रहे थे।
इस विशेष अभियान की सफलता से यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में और भी कई पारिवारिक विवाद सुलझाए जाएंगे और परिवारों को न्याय मिलेगा।